हिमाचल

शिमला में 16 से 18 जून को होगा अंतर्राष्ट्रीय साहित्य महोत्सव, 60 भाषाओं का होगा प्रतिनिधित्व

शिमला: साहित्य अकादमी के प्रवक्ता ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं साहित्य अकादमी की ओर से अन्तर्राष्ट्रीय साहित्य महोत्सव का आयोजन 16 से 18 जून 2022 को शिमला में कला और संस्कृति विभाग, हिमाचल प्रदेश के सहयोग से किया जा रहा है।

गेयटी हेरिटेज संस्कृति परिसर, टाउन हाल और रिज क्षेत्र आदि स्थानों पर आयोजित हो रहे इस साहित्य महोत्सव का उद्घाटन सत्र 16 जून 2022 को प्रातः 10 बजे से 12 बजे के बीच गेयटी थियेटर के मुख्य सभागार में होगा, जिसमें संस्कृति राज्यमंत्री भारत सरकार अर्जुन राम मेघवाल एवं मीनाक्षी लेखी और आंध्रप्रदेश के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन उपस्थित रहेंगे।

किसी भी देश का साहित्य वहाँ की संस्कृति का प्रतिनिधित्व प्रतिबिंबित करता है। ऐसे साहित्यिक महोत्सव के आयोजन से समस्त साहित्यिक रंगों का प्रतिनिधित्व परिलक्षित होता है। इन साहित्यिक महोत्सवों में देश के कई प्रख्यात विद्वान एकत्रित होते हैं, जिससे उस क्षेत्र के कई युवा तथा उभरते लेखकों एवं साहित्य प्रेमियों को अविस्मरणीय अनुभव प्राप्त होते हैं। यही कारण है कि संस्कृति मंत्रालय तथा साहित्य अकादमी द्वारा इस महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव में भारत सहित 15 देशों के 425 से अधिक लेखक, विद्वान, अनुवादक, फिल्मकार, पत्रकार एवं कलाकार भाग ले रहे हैं, जो 64 कार्यक्रमों में 60 भाषाओं का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्मेष-अभिव्यक्ति का उत्सव शीर्षक से आयोजित हो रहा यह उत्सव देश का सबसे बड़ा साहित्यिक आयोजन है।

इस उत्सव में परिचर्चा, प्रस्तुति, कहानी एवं कविता-पाठ में विविध विषयों पर विचार विमर्श होगा। कुछ मुख्य विषयों के शीर्षक हैं-साहित्य और सिनेमा, विश्व की कालजयी कृतियांॅ और भारतीय लेखन, आदिवासी लेखन, एलजीबीटीक्यू लेखकों का लेखन, मीडिया और साहित्य, भक्ति साहित्य और अनुवाद के माध्यम से सांस्कृतिक एकता आदि। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत प्रत्येक शाम को सोनल मानसिंह द्वारा भरतनाट्यम, पी. जयभास्कर द्वारा ताल वाद्य कचेरी का वादन, नाथूलाल सोलंकी द्वारा नगाड़ा वादन एवं महमूद फारुकी द्वारा दास्तानगोई दास्तान-ए-कर्ण की प्रस्तुति मुख्य आकर्षण होंगे।

इस अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव में सोनल मानसिंह, गुलजार, एस.एल. भैरप्पा, चंद्रशेखर कंबार, किरण बेदी, लिंडा हेस, डेनियल नेगर्स, सुरजीत पातर, नमिता गोखले, कपिल कपूर, आरिफ मोहम्मद खान, विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, रघुवीर चौधरी, सितांशु यश्शचन्द्र, विश्वास पाटिल, रंजीत होसकोटे, गीतांजलि श्री, सई परांजपे, दीप्ति नवल, मालाश्री लाल, सुदर्शन वशिष्ठ, प्रत्यूष गुलेरी, एस. आर. हरनोट, होशांग मर्चेंट, लीलाधर जगूड़ी, अरूण कमल, बलदेव भाई शर्मा, सतीश अलेकर एवं विष्णु दत्त राकेश सहित अनेक महत्वपूर्ण व्यक्ति शामिल होंगे।

उन्होंने बताया कि यह उत्सव सभी साहित्य प्रेमियों के लिए हर दिन निःशुल्क है। इस उत्सव में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित 1000 पुस्तकों को प्रदर्शित किया जाएगा और पांच भारतीय प्रकाशकों की पुस्तकें बिक्री के लिए भी उपलब्ध होंगी।

Balkrishan Singh

Recent Posts

PCC के गठन की कवायद तेज, पर्यवेक्षक नियुक्‍त, देंगे फीडबेक

AICC observers in Himachal Pradesh: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस…

8 hours ago

कांगड़ा जिला को आपदा प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए राज्य में मिला पहला स्थान

Kangra District disaster management: हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कांगड़ा जिला को स्वयंसेवियों के…

12 hours ago

सांगला-छितकुल सड़क को नया जीवन देगा बीआरओ

Karcham-Sangla-Chitkul Road: जनजातीय जिला किन्नौर में चीन सीमा से सटी और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण…

13 hours ago

रोट में खोट और राशन, बकरा घोटालों के बाद बाबा बालक नाथ न्यास में नए ट्रस्टियों की एंट्री

  Baba Balak Nath Temple Trust: पहले राशन घोटाला फिर बकरा निलामी पर किरकिरी और…

14 hours ago

हमीरपुर में माकपा का प्रदर्शन, महंगाई और बेरोजगारी को लेकर हल्‍ला बोल

CPI(M) protest in Hamirpur: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने हमीरपुर में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, बिजली,…

14 hours ago

हाटी जनजाति दर्जे का मामला: हाईकोर्ट में 16 दिसंबर को होगी सुनवाई

Hati community tribal status: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने हाटी समुदाय को जनजाति दर्जा देने के…

14 hours ago