मंडी: सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी में शुक्रवार को भौतिक विभाग द्वारा संचालित भास्कराचार्य गोष्ठी मंडल द्वारा रिमोट सेंसिंग विषय पर आइआइटी मंडी के सिविल व पर्यावरण विभाग द्वारा एक व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर आइआइटी मंडी के पर्यावरण विभाग के सह आचार्य डॉ. डेरिक प्रेसे शुक्ला ने अपने व्याख्यान में कहा कि आपदा प्रबंधन में रिमोट सैंसिंग की वर्तमान में आवश्यकता है और इस ओर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को अपनी खोज बढ़ानी होगी ताकि आपदाओं में बेहतर प्रबंधन हो सके। इस मौके पर उन्होंने विश्वविद्यालय के भौतिकी एवं कंप्यूटर विभाग के विद्यार्थियों को वर्तमान में रिमोट सैंसिंग की महता के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें भविष्य के बारे में जागरूक किया।
डॉ. शुक्ला ने विश्व भर में हो रहे प्राकृतिक परिवर्तन का उदाहरण देकर रिमोट सैंसिंग पर प्रकाश डाला। उन्होंने आपदा प्रबंधन में रिमोट सेंसिंग के महत्व के बारे में प्रकाश डालते हुए हिमाचल प्रदेश में बरसात के दिनों में हुई तबाही का जिक्र किया तथा ऐसे हालातों से कैसे बचा जा सकता है इस बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के डॉ राजेश कुमार ने डॉ शुक्ला का स्वागत किया।
इस कार्यक्रम में डॉ उर्वशी वर्मा और डॉ रोहित ठाकुर ने अतिथि व्याख्याता का परिचय देकर कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में डॉ राजेश कुमार के अलावा डॉ नरेंद्र सिंह, डॉ नेहा शर्मा, डॉ मोनिका शर्मा, डॉ अनुपम टंडन, रुचि ठाकुर, जोथानपली शुक्ला, नेहा डोगरा, निशा कुमारी, रविंद्र कुमार, मुकेश, राहुल, शिवानी, किरण आदि भी मौजूद रहे।
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