प्रदेश में स्क्रब टायफस का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। प्रदेश के सबसे बढ़े अस्पताल आईजीएमसी में स्क्रब टायफस से पीड़ित एक और महिला मरीज की मौत हो गई। महिला की पहचान सत्या देवी(60) निवासी सुन्नी के रूप में हुई है। यह कुछ दिनों से अस्पताल में दाखिल थी। IGMC में स्क्रब टायफस से इस सीजन अब तक 3 महिलाओं की मौत हो चुकी है। ताजा जानकारी के अनुसार IGMC में 503 मामले दर्ज किए गए हैं। जिनमें 13 मामले पॉजिटिव पाए गए हैंं। इन सभी मरीजों का इलाज चल रहा है।
वहां, आईजीएमसी अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. जनक राज ने कहा कि पहले की अपेक्षा मरीज बढ़े हैं। एक महिला मरीज की मौत हुई है। इस बीमारी से जुड़ा कोई भी लक्षण होने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करें।
लक्षण
तेज बुखार 104 से 105 तक जा सकता है
जोड़ों में दर्द व कंपकंपी के साथ बुखार
शरीर में ऐंठन, अकड़न या शरीर टूटा हुआ लगना
अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजू के नीचे, कूल्हों के ऊपर गिल्टियां होना
रोकथाम
शरीर में सफाई का ध्यान रखें
घर के चारों ओर घास, खरपतवार नहीं उगने दें
घर और आसपास कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें
घर और आसपास के वातावरण को साफ रखें
ऐसे होता है स्क्रब टाइफस
यह रोग एक जीवाणु (रिकेटशिया) से संक्रमित पिस्सू (माइट) के काटने से फैलता है जो खेतों, झाड़ियों और घास में रहने वाले चूहों में पनपता है। यह जीवाणु चमड़ी के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है और स्क्रब टाइफस बुखार पैदा करता है।