● पूर्व आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव-2 नियुक्त
● केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने इस पद के लिए दी मंजूरी
● पीके मिश्र के साथ मिलकर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में निभाएंगे अहम भूमिका
ShaktikantaDas : भारत के पूर्व रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रधान सचिव-2 नियुक्त किया गया है। शनिवार को केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी। इससे पहले पीके मिश्र इस पद पर अकेले कार्यरत थे, लेकिन अब शक्तिकांत दास भी उनके साथ पीएमओ में प्रशासनिक जिम्मेदारियां संभालेंगे। ताजा आदेश के अनुसार, उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल तक या अगले आदेश तक जारी रहेगी।
कौन हैं शक्तिकांत दास?
शक्तिकांत दास 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अफसर हैं। उनका जन्म 26 फरवरी 1957 को ओडिशा के भुवनेश्वर में हुआ था। दिल्ली विश्वविद्यालय और बर्मिंघम विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने के बाद, उन्होंने प्रशासनिक सेवा में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। दिसंबर 2018 में वह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 25वें गवर्नर बने थे और दिसंबर 2023 में सेवानिवृत्त हुए।
वित्त मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान, शक्तिकांत दास नोटबंदी और जीएसटी जैसे ऐतिहासिक आर्थिक सुधारों से जुड़े रहे। उनके नेतृत्व में आरबीआई ने कोविड-19 महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान मौद्रिक स्थिरता बनाए रखी। उनकी उपलब्धियों को देखते हुए, ग्लोबल फाइनेंस मैगजीन ने उन्हें तीन बार दुनिया का सर्वश्रेष्ठ केंद्रीय बैंकर चुना।
प्रधान सचिव-2 के रूप में उनकी जिम्मेदारियां:
प्रधान सचिव-2 के रूप में, शक्तिकांत दास अब प्रधानमंत्री मोदी के प्रशासनिक कार्यों, नीति निर्माण और राष्ट्रीय आर्थिक रणनीति में अहम भूमिका निभाएंगे। यह पद पीएम के निजी सचिव के समान है और कैबिनेट मंत्री के दर्जे के बराबर माना जाता है।
आरबीआई गवर्नर के रूप में उनकी उपलब्धियां:
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नोटबंदी और जीएसटी लागू करने में अहम भूमिका:
- 2016 की नोटबंदी और 2017 में लागू हुए जीएसटी के सुचारू कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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कोविड-19 और वैश्विक आर्थिक संकट के दौरान नीतिगत फैसले:
- महामारी के समय रेपो रेट को 4% तक कम कर आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित की।
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आरबीआई और सरकार के बीच बेहतर समन्वय:
- केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता को बनाए रखते हुए सरकार के साथ प्रभावी संवाद बनाए रखा।