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शांता ने PM मोदी को लिखा पत्र, जनसंख्या वृद्धि पर कही ये बात

मनोज धीमान |

बीजेपी के वरिष्ठ नेता एंव पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर अनुच्छेद 370 हटाने पर बधाई दी है। साथ ही उन्होंने कहा है कि अब उन्हें पूरा भरोसा हो गया है कि पीएम मोदी की सूची में अब दूसरा विषय जनसंख्या नियंत्रण होगा। क्योंकि प्रधानमंत्री ने लाल किले पर दिये अपने भाषण में पहली बार सार्वजनिक रूप से इस समस्या को जनसंख्या विस्फोट कहकर पुकारा और यह भी कहा कि जनसंख्या विस्फोट आने वाली पीढ़ी के लिए बहुत बड़ा सकंट है।

शांता ने लिखा है कि प्रधानमंत्री जी ने जब छोटे समूह में सांसदों से बात की थी तो उन्होने उन्हें कहा था कि केन्द्र की योजनाएं देश का कायाकल्प करेगी परन्तु उन योजनाओं का बहुत अधिक लाभ बढ़ती आबादी का राक्षक निगल जाएगा।  केन्द्र सरकार दिन-रात विकास के लिए काम कर रही है। अन्त्योदय पर आधारित नई योजनाएं लागू की जा रही है। परन्तु हर साल एक करोड़ 70 लाख बढ़ती हुई आबादी उन योजनाओं के लाभ को निगल रही है।

उन्होने अपने पत्र में लिखा है कि यह समस्या अब सचमुच एक बम के विस्फोट का रूप ले चुकी है। केन्द्र सरकार के सभी प्रयत्नों के बाद भी आर्थिक विषमता इतनी है कि ग्लोबल हंगर इन्डेक्स के अनुसार लगभग 18 करोड़ भारतीय रात को भूखे पेट सोते हैं।  राष्ट्र संघ की एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व में सबसे अधिक भूखे लोग भारत में रहते हैं। गरीबी यहां तक पहुंच गई है कि कुछ गरीब प्रदेशों के अति गरीब घरों की बेटियां खरीदी और बेची जाती हैं।  पिछले दिनों असम की एक बेटी बिकते-बिकते हिमाचल के ऊना जिला के अम्ब में पहुंची।  उन्होने लिखा है कि सरकार द्वारा रोजगार देने के बाद भी बढ़ती आबादी के कारण बेरोजगारी बढ़ रही है।  कुछ निराश-हताश नौजवान अपराध करने और आत्महत्याएं करने तक विवश हो रहे हैं।  प्रदूषण यहां तक बढ़ गया कि देश की राजधानी दिल्ली गैस चैम्बर बन गई और एम्ज के डाक्टरों के अनुसार नौजवान लंगकैंसर की बिमारी से पीड़ित हो रहे हैं।

शांता कुमार ने आगे लिखा है कि 15 अगस्त के भाषण में प्रधानमंत्री द्वारा इस समस्या के जिकर से उन्हें ही नहीं पूरे देश को यह विश्वास हो गया है कि काश्मीर समस्या के समाधान के बाद अब जनसंख्या नियन्त्रण अवश्य होकर रहेगा। काश्मीर समस्या की तरह जनसंख्या विस्फोट की समस्या पर भी एक राष्ट्रीय सहमति बन चुकी है।