शिमला शहर में मर्ज एरिया में पानी के बिलों की दरों को लेकर नगर निगम की मासिक बैठक में पार्षदों ने जम कर हंगामा किया है। बैठक दोपहर ढाई बजे बचत भवन में मेयर की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक शुरू होते ही कौर एरिया में भी पानी के बिलों में राहत देने का मुद्दा उठाया गया। भाजपा पार्षद आरती चौहान ने अपने ही पार्टी के उप महापौर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए शहर के अन्य वार्डों के साथ भेदभाव करने के आरोप लगाते हुए इस्तीफे की मांग की।
आरती का कहना है कि बीओडी की बैठक में मर्ज एरिया में पानी की दरों को 25 रुपए करने का प्रस्ताव रखा गया था। जबकि अन्य वार्ड जोकि पहले से ही नगर निगम में थे उन वार्डों में पानी के भारी बिलों से राहत देने को लेकर बात तक नहीं की गई। जबकि लोगों को लाखों के बिल आ रहे हैं ओर लोग अपनी समस्याओं को लेकर उनके पास आ रहे है । उन्होंने कहा कि बीओडी कि बैठक में निगम के उप महापौर राकेश शर्मा ने शहर के अन्य वार्डों का पक्ष तक नहीं रखा है। ऐसे में उन्हें उप महापौर के पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है और उनसे सदन में इस्तीफे की मांग की गई है।
उधर नगर निगम के उप महापौर राकेश शर्मा ने कहा कि बीओडी की बैठक में पानी की दरों को लेकर चर्चा हुई थी। इसमें मर्ज एरिया में पानी की दरों में कमी करने का आग्रह किया गया था लेकिन तह नहीं हो पाया था। और इसके लिए मुख्य सचिव ने एमसी का अलग से हाउस बुला कर चर्चा करने को कहा गया था ओर जल्द ही इसके लिए हाउस बुलाया जाएगा जिस में पानी की दरों को लेकर चर्चा की जाएगी।
वहीं, नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट ने कहा कि शहर के सभी वार्डों में पानी के बिलों की समस्या है। लोगों को लाखों में बिल आ रहे हैं और इसके लिए जल निगम की बीओडी की बैठक भी चर्चा हुई है और जल्द ही स्पेशल हाऊस बुला कर चर्चा कर लोगों को पानी के भारी भरकम बिलों से राहत दिलाई जा सखे।