ShimlaControversy: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में मस्जिद विवाद के बीच देवभूमि संघर्ष समिति बाहर से आए मुस्लिम समुदाय के बहिष्कार की अपील कर रही है। समिति द्वारा शिमला के उप नगर संजौली बाजार में फल व सब्जियों की दुकानों में “सनातन सब्जी वाला” के बोर्ड लगाए जा रहे हैं।
समिति के सह संयोजक विजय शर्मा ने कहा कि यह अभियान संजौली में हिंदू फल-सब्जी विक्रेताओं को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे बाहरी विक्रेताओं से खरीददारी न करें और स्थानीय दुकानदारों को प्राथमिकता दें ताकि उनका रोजगार बढ़ सके।
संजौली में फल एवं सब्जियों की दुकानों में पोस्टर लगाते हुए समिति के पदाधिकारी कार्यरत हैं। इसके परिणामस्वरूप शिमला का माहौल फिर से गरमाने लगा है, जो कि 7 अक्टूबर को नगर निगम शिमला आयुक्त द्वारा मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने के आदेश के बाद शांत हो गया था।
बता दें कि शिमला में बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों के फल एवं सब्जी विक्रेता हैं। मस्जिद विवाद के बाद, हिंदू संगठनों ने बाहरी राज्यों के विशेष समुदाय के कारोबारियों के खिलाफ आवाज उठाई है।
इससे पहले हिमाचल में दुकानों में नेम प्लेट लगाने को लेकर भी विवाद हो चुका है। शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह के बयान ने पूरे देश में बवाल मचाया था। मंत्री ने कहा था कि सभी दुकानों में उत्तर प्रदेश की तर्ज पर नेम प्लेट लगानी होगी, जिसके बाद कांग्रेस ने इस पर विरोध किया था।
हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने रेहड़ी फड़ी वालों की समस्या के समाधान के लिए उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की है, जो स्ट्रीट वेंडर पॉलिसी के लिए रूल्स तैयार कर रही है।