कांग्रेस शासित नगर निगम शिमला ने आज अपना पहला बजट पेश किया है। मेयर सुरेंद्र चौहान ने 247. 44करोड़ का बजट पेश किया। बजट में कई घोषणाएं की गई है जिसमें शहर में पार्किंग, सड़को को चौड़ा करने, कुतों के आतंक से निजात दिलाने की बात कही गई है।
बजट में शराब पर प्रति बोतल सेस 2 रुपये बढ़ाकर 10 रुपये करने की घोषणा की गई। इसके साथ ही बाहरी राज्यों से राजधानी में आने वाले वाहनों से ग्रीन फीस ली जाएगी। इससे निगम को हर साल 10 करोड़ की आय होगी। शिमला में आवारा कुतों की गणना करवाई जाएगी। आवारा कुतों की नसबंदी और पंजीकरण किया जाएगा। भाजपा पार्षदों ने इस बजट को निराशाजनक बताया और बिना पार्षदों के सुझाव लेकर तैयार किया बजट बताया है।
बजट में बुजुर्गों के घर से निशुल्क जांच सैंपल सुविधा शुरू की जाएगी। नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि यह बजट कर मुक्त बजट है। विपक्ष के पार्षदों को कुछ कहना है इसके लिए इसका विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि वेस्ट मेट्रियल के लिए भरयाल में प्लांट लगाया जाएगा। शहर के बुजुर्गों के ब्लड सैंपल टेस्ट के लिए घरों से निशुल्क लिए जायेंगे। इससे बुजुर्गों को टेस्ट के लिए अस्पताल नहीं दौड़ना पड़ेगा। महापौर ने कहा कि शहर में लावारिस कुत्तों की गणना करने और सभी नसबंदी की जाएगी। ताकि कुत्तों की बढ़ती समस्या से छुटकारा पाया जा सके।
वन्ही भाजपा के पार्षदों ने इस बजट को निराशाजनक बताया है। भाजपा पार्षद सरोज ठाकुर ने कहा कि बजट में कुछ नया नहीं हैं। स्मार्ट सिटी के कामों का ही जिक्र किया गया है। उन्होंने कहा कि बजट से पहले सभी पार्षदों से सुझाव लेकर वार्डों की प्राथमिकताएं पूछी जाती थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।
वन्ही भाजपा पार्षद बिट्टू पान्ना ने कहा कि नगर निगम ने आपदा से कोई सबक नहीं सीखा है। आपदा से निपटने का बजट में कोई प्रावधान नहीं है यह बजट पूरी तरह निराशाजनक हैं।