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शिमला ग्रीष्मोत्सव के प्रथम दिवस पर ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ थीम पर महा नाटी का आयोजन
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करीब 150 महिलाओं ने शिमला शहरी व मशोबरा प्रोजेक्ट से भाग लिया, महिला सशक्तिकरण को समर्पित रहा कार्यक्रम
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अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा और ADM ज्योति राणा रहे उपस्थित, पुलिस ब्रास बैंड ने भी मोहा मन
Shimla Summer Festival: शिमला ग्रीष्मोत्सव 2025 के पहले दिन ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान को समर्पित महा नाटी का आयोजन रंगारंग अंदाज में किया गया। इस आयोजन में शिमला शहरी और मशोबरा प्रोजेक्ट की करीब 150 महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में भाग लिया और लोक संस्कृति की समृद्ध छटा बिखेरी।

महा नाटी के माध्यम से न सिर्फ हिमाचली संस्कृति को मंच मिला, बल्कि महिला सशक्तिकरण का सशक्त संदेश भी समाज के सामने रखा गया।

कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा ने कहा कि ग्रीष्मोत्सव में महा नाटी का उद्देश्य न केवल सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रखना है, बल्कि महिलाओं की भागीदारी और आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं और देश-दुनिया की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (प्रोटोकोल) ज्योति राणा भी इस मौके पर उपस्थित रहीं। उन्होंने महिलाओं के सामूहिक प्रदर्शन को संस्कृति और जनचेतना का सुंदर समन्वय बताया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी (महिला एवं बाल विकास) ममता पॉल ने जानकारी दी कि ग्रीष्मोत्सव के आगामी पांच दिनों तक हर दिन महिलाओं द्वारा महा नाटी का आयोजन किया जाएगा, जिससे पूरे जिले की महिला मंडलों की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।
कार्यक्रम के दौरान हिमाचल प्रदेश पुलिस ब्रास बैंड की टीम ने भी अपनी मधुर धुनों से दर्शकों का मन मोह लिया और समां बांध दिया।
शिमला ग्रीष्मोत्सव की इस सांस्कृतिक शुरुआत ने यह स्पष्ट कर दिया कि यह महोत्सव केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और महिला सशक्तिकरण का भी मंच बन चुका है।



