शिमला उपनगरीय जनकल्याण समिति के माहासचिव गोविंद चतरांटा की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में टीसीपी एक्ट को लेकर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि सालों से चले आर रहे इस टीसीपी एक्ट से लोगों को काभी परेशानी हो रही है। इस एक्ट की वजह से शिमला और इसके आस-पास के इलाकों के लगभग तीस से पेंतीस हजार मकान मालिको के मकान नियमित नहीं हो रहे हैं।
समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया कि इस समस्या से निपटने के लिए शिमला उपनगरीय जनकल्याण समिति एक संयुक्त संघर्ष कमेटी का गठन करके सरकार से इस बारे में बात करगी। साथ ही उन्होंने आने वाले विधानसभा सत्र में भी प्रदेश सरकार के सामने इस मुद्दे का एक विधेयक लाकर सुलझाने और इसमें उवन टाइम सेटलमेंट के माध्यम से आम जनता को रहात देने की मांग करेंगे।