शिमला जिला के ठियोग में स्थानीय लोग पानी की समस्या को लेकर सड़कों पर उतर आएं हैं। क्षेत्रवासियों ने चंडीगढ़-शिमला-किन्नौर NH-5 पर नंगलदेवी में बुधवार दोपहर 12 बजे करीब एक घंटे तक प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हुई। ग्रामीणों ने माकपा नेता राकेश सिंघा के नेतृत्व में प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में 8 से 10 दिन बाद पानी की सप्लाई दी जा रही है। खासकर देवरीघाट पंचायत के ग्रामीणों में पानी के लिए हाहाकार वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है। खासकर पालतू मवेशियों को पानी पिलाना मुश्किल हो गया है।
देवरीघाट पंचायत के ग्रामीण कई किलोमीटर दूर से पानी ढोकर लाने को मजबूर हैं। स्थानीय लोगों के बार-बार आग्रह करने पर भी जल शक्ति महकमा पर्याप्त पेयजल मुहैया कराने में नाकाम रहा है। इसे देखते हुए ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। बाद में जल शक्ति शक्ति विभाग के अधिकारियों का आश्वासन मिलने पर ग्रामीणों ने सड़क को यातायात के लिए बहाल किया। विभाग ने प्रत्येक 5 दिन बाद 1000 लीटर पानी हर परिवार को देने का भरोसा दिया है। देवरीघाट पंचायत में पांच पानी के टैंकर और तीन पिकअप वाहन रोजाना पानी की सप्लाई करेंगे।
नंगलदेवी निवासी एवं वरिष्ठ नागरिक राजेंद्र ने बताया कि कागजों में “घर घर नल में जल’ के दावे किए जा रहे हैं, जो कौरे साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले 50 साल राज करने वाली सरकार और मौजूदा सरकार में कोई अंतर नहीं है। स्थानीय विधायक राकेश सिंघा ने जल शक्ति विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वादे के मुताबिक लोगों को पानी नहीं दिया गया तो क्षेत्र में विभाग के खिलाफ आंदोलन को उग्र किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिन लोगों के पास पालतू मवेशी है उन्हें अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़पड़ रहा है।