जिला कांगड़ा में दोपहिया वाहन और स्कूली बच्चों को ले जाने के लिए उपयोग में लाई जा रही निजी टैक्सी के निरीक्षण को लेकर 20 से 26 नवम्बर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। सप्ताह भर चलने वाले इस अभियान में वाहनों की सड़क सुरक्षा संबंधित जांच करने के साथ वाहन चालकों को रोड सेफ्टी नियमों के तहत जागरुक किया जाएगा।
जिलाधीश कार्यालय में शनिवार को जिला रोड सेफ्टी कमेटी तथा स्कूल वाहन दिशानिर्देश निगरानी व कार्यान्वयन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने बात कही। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए रोड सेफ्टी नियमों की अनुपालना अति आवश्यक है।
नियमों की अनुपालना करेंगे सुनिश्चित
उपायुक्त ने सड़क सुरक्षा को लेकर सर्वोच्च न्यायालय, भारत सरकार और राज्य सरकार के निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करने के निर्देश विभागों को दिए। उन्होंने कहा कि अक्सर देखने में आया है कि दोपहिया वाहन बड़ी संख्या में सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं। दोपहिया वाहन चालक यातायात तथा सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें, इसको सुनिश्चित बनाने के लिए जागरूकता के साथ-साथ जांच की भी सख्त आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जिला प्रशासन, परिवहन और पुलिस विभाग के साथ मिलकर 20 से 26 नवम्बर, 2023 तक एक विशेष अभियान चलाएगा। अभियान के चलते जिले में रोड सेफ्टी नियमों को लेकर अन्य वाहनों की भी जांच की जाएगी तथा नियमों का उल्लंघन करने पर चालान भी काटे जाएंगे।
ट्रक व टैक्सी यूनियन के लिए लगेंगे मेडिकल कैंप
डीसी ने बैठक में स्वास्थ्य विभाग और परिवहन विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में काम कर रही प्रमुख ट्रक तथा टैक्सी यूनियन से संपर्क कर चालकों के लिए विशेष मेडिकल कैंप का आयोजन किया जाए। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी चालकों और कर्मचारियों के लिए भी इन चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन मेडिकल कैंप में उनके स्वास्थ्य जांच और जरूरी परामर्श के साथ रोड सेफ्टी नियमों के बारे में भी विस्तार से बताया जाएगा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को सड़क दुर्घटना संबंधित मामलों को अन्य विभागों के साथ साझा करने और ऑनलाइन अपलोड करने के निर्देश दिए।
शाम 6 से 9 के बीच बढ़ेगी पैट्रोलिंग
डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि विवरण से पता चला है कि जिले में अधिकतक सड़क दुर्घटनाएं शाम 6 से रात 9 बजे के बीच हुई हैं। उन्होंने पुलिस विभाग को इस दौरान पैट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए तथा नियमों की अहवेलना करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग हर सड़क दुर्घटना का रिकॉर्ड अपने पास रखकर उसे ऑनलाइन अपलोड करे जिससे सड़क दुर्घटनाओं का सही डेटा प्रशासन के पास उपलब्ध हो।
बेहतर आपसी समन्वय से मिलेंगे परिणाम
डीसी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग, पुलिस विभाग, एनएचएआई और परिवहन विभाग बेहतर आपसी समन्वय से कार्य करते हुए दुर्घटना संभावित प्रमुख ब्लैक स्पॉट्स को चिन्हित करें और इसकी जानकारी प्रशासन को उपलब्ध करवाएं। उन्होंने ऐसे स्थानों पर सड़क सुरक्षा नियमों से संबंधित साइनबोर्ड और होर्डिंग्स लगाने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि जिले में जो भी दुर्घटना संभावित मुख्य स्थान हैं, उनको दुरुस्त करने के लिए कैंपेन मोड पर कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग बेहतर आपसी तालमेल से सड़क दुर्घटनाओं को न्यूनतम करने की दिशा में योजना बनाएं और तदनुसार कार्य करें।
आरटीओ ने दी जानकारी
बैठक में आरटीओ प्रदीप कुमार ने जिला में सड़क सुरक्षा और उससे संबंधित विभिन्न गतिविधियों का जानकारी दी। उन्होंने उपायुक्त के निर्देशों की पालना सुनिश्चित बनाने की दिशा में कार्य करने की प्रतिबद्धता जाहिर की। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।