इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स, की प्रदेश शाखा ने रविवार को शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से उनके सरकारी आवास ओक ओवर में मिल कर जहां उन्हें आपदा राहत कोष के लिए 5 लाख 11 हजार 111 रूपए का चेक सौंपा.
वहीं उन्हें 16 पन्नों की एक शोधात्मक रिपोर्ट भी उन्हें सौंपी, जिस पर अमल करने से प्रदेश में आने वाले दिनों में आपदा से बचाव किया जा सकता है। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के वास्तुकारों ने जुलाई अगस्त 2023 में बाढ़ और भूस्खलन आपदा 2023 पर एक रिपोर्ट तैयार की है।
यह रिपोर्ट भविष्य के विकास के लिए कारणों, प्रभावों और सिफारिशों के बारे में विस्तार से उल्लेख करती है। रिपोर्ट में आईआईए एचपी चैप्टर के अध्यक्ष एआर नंद लाल चंदेल द्वारा योग्य ट्रस्टी एआर जीत कुमार गुप्ता आईआईए नेशनल बॉडी बॉम्बे की उपस्थिति में मुख्यमंत्री को सुखविंदर सिंह सुक्खू को सौंपी गई।
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के साथ वास्तुकला पेशे से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा की। इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा एआर राजीव शर्मा मुख्य वास्तुकार एचपीपीडब्ल्यूडी हिमाचल प्रदेश सरकार और डॉ. सतीश कुमार कटवाल हेड स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर कांगड़ा नगरोटा बगवां, एआर सुशील शर्मा भी उपस्थित थे।
प्रदेश अध्यक्ष नंद लाल चंदेल ने बताया कि मुख्यमंत्री के साथ काफी लंबी सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। मुख्यमंत्री ने उनकी रिपोर्ट पर दिलचस्पी दिखाते हुए इस पर अमल करने की बात कही। यही नहीं उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के वास्तुकारों को ज्यादा ताकत व शक्तियां देने की इच्छा रखती है।
सरकार हर निर्माण क्षेत्र में वास्तुकारों की भूमिका को बढ़ाना चाहती है। वास्तुकार संगठन ने मुख्यमंत्री के साकारात्मक रूख को देखते हुए उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में आपदाओं से बचाव करने व प्रदेश में यहां के स्वाभाव के अनुरूप निर्माण करने में बड़ी मदद मिलेगी।