हिमाचल में अब तक पिंजरे में बंद रहने वाला राज्य पक्षी जुजुराना अब खुले जंगलों में घूमता नजर आएगा। प्रदेश सरकार ने जुजुराना की संख्या बढ़ाने और उसे पिंजरे से आजाद करने का फैसला लिया है। देश-दुनिया के एकमात्र जाजुराना प्रजनन केंद्र सराहन में जैसे-जैसे राज्य पक्षी की संख्या बढ़ती जाएगी, वैसे-वैसे बड़े पक्षियों को जंगल में छोड़ा जाएगा।
प्रदेश सरकार ने लगभग एक दशक पहले मोनाल के बजाय जुजुराना को राज्य पक्षी घोषित किया गया था ताकि दुर्लभ पक्षी का संरक्षण किया जा सके। दुनिया भर में जाजुराना की संख्या महज 2500 है। वर्तमान में इस प्रजनन केंद्र सराहन में कुल 39 जुजुराणा हैं। इसमें 15 नर जबकि 15 ही मादा जुजुराना हैं। इसके अलावा जुजुराणा के 9 बच्चे मौजूद हैं।
केंद्र का दावा है कि पूरे प्रदेश में और कहीं भी जुजुराना नहीं पाया है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए चिडियागर और नेचर पार्क में यहीं से जुजुराणा भेजे जाते हैं। हालांकि, कुल्लू स्थित विश्व धरोहर ग्रेट हिमालयन पार्क में जुजुराना होने की संभावना जताई जा रही है। प्रदेश में आधिकारिक तौर पर इनकी कभी गिनती नहीं हुई है। वाइल्ड लाइफ विंग संख्या बढ़ने पर इन्हें साइंटिफिक तरीके से जंगलों में छोड़ेगा।