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प्रदेश सरकार स्वास्थ्य संस्थानों के सुदृढ़ीकरण पर दे रही बल: डॉ.राजीव सैजल

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स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीब और मध्यम वर्ग को किफायती स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। शहरों के साथ-साथ दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को अत्याधुनिक लेकिन किफायती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र को विशेष प्राथमिकता प्रदान की गई है। प्रदेश सरकार द्वारा वर्तमान वित वर्ष में स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद सेवाएं उपलब्ध करवाने पर 3009 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने शुक्रवार को बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र में ग्राम पंचायत कंदराल के मैगजीन में 61 लाख की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया। इस प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के खुलने से कंदराल, हरेड़ और उतराला के लगभग 2500 लोगों को घर के नजदीक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होगी। 

इसके उपरांत स्वास्थ्य मंत्री ने राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक महाविद्यालय एवं चिकित्सालय पपरोला में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस एवं धन्वंतरि जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम में शिरक्त कर पूजा अर्चना की। उन्होंने कहा यह दिन आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वन्तरि की जयंती होने के कारण राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अपील की कि कोरोना संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। इसीलिए सार्वजनिक स्थलों पर मास्क का प्रयोग अवश्य करें, सामाजिक दूरी बनाए रखें, समय-समय पर अपने हाथ अच्छी तरह से धोते रहें तथा किसी भी प्रकार के बुखार, खांसी जुकाम इत्यादि के लक्षण होने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग से सम्पर्क करें।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष के आयुर्वेद दिवस का आयोजन कोविड-19 महामारी के प्रबंधन में आयुर्वेद की भूमिका पर केन्द्रित है। आयुर्वेद दिवस का उद्देश्य आयुर्वेद और उसके विशिष्ट उपचार तरीकों की शक्तियों पर ध्यान केन्द्रित करना है। इस अवसर पर वेबिनार का आयोजन किया गया जिसमें प्रतिभागियों ने कोविड-19 महामारी  के प्रबंधन में आयुर्वेद की भूमिका पर प्रकाश डाला। डॉ. सैजल ने कहा कि प्रदेश सरकार भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति ‘आयुर्वेद’ को मजबूत करने के लिए प्रभावी प्रयास कर रही है। आयुर्वेद जीवन का विज्ञान है और हमें प्रकृति एवं पर्यावरण से मित्रता की सीख देता है। ये मौजूदा समय के मधुमेह, हृदयरोग, उच्च रक्तचाप और कैंसर इत्यादि जैसे गैर संचारी स्वास्थ्य विकारों से बचाव में बेहद उपयोगी है। आयुर्वेद के अनुरूप जीवनयापन की आदर्श पद्धति अपनाकर तथा संतुलित भोजन, व्यायाम एवं योग के माध्यम से इस प्रकार के रोगों से बचा जा सकता है। इस दौरान महाविद्यालय में क्विज प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे छात्र व छात्राओं को सम्मानित किया।

स्वास्थ्य मंत्री ने महाविद्यालय के सौंदर्यीकरण के लिए 10 लाख, फॉर्मेसी ड्राइंग शेड के लिए 10 लाख, स्टोरेज गोडाउन के लिए 10 लाख तथा एमडीआर टीबी वार्ड में 4 बेड के लिए 5 लाख रुपये देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त अन्य मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। आयुर्वेदिक महाविद्यालय पपरोला में 11.34 लाख रुपये की लागत की टीबी जांच की आधुनिक मशीन मुख्यमंत्री क्षय निवारण योजना के तहत लोकार्पित की। उन्होंने बताया की आयुर्वेदिक विभाग में यह पहली मशीन स्थापित की गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक महाविद्यालय, पपरोला में व्याख्यान केन्द्र का उद्घाटन किया।