विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल ट्रैक पर एक बार फिर 112 साल पुराना भाप इंजन दौड़ता नजर आएगा। सोमवार को विदेशी सैलानियों द्वारा इस इंजन को बुक करवाया गया है। इस स्टीम इंजन में 23 विदेशी सैलानी सैर करेंगे। यह स्टीम इंजन सुबह 9.50 बजे शिमला रेलवे स्टेशन से चलेगा और कैथलीघाट तक जायेगा।
जहां से वापिस यह शिमला आएगा, जबकि मंगलवार को फिर से यह स्टीम इंजन चलेगा। बता दें कि इस भाप इंजन को ज्यादातर विदेशी सैलानियों द्वारा ही बुक करवाया जाता है। लंबे समय से विदेशी सैलानी ही इस इंजन में सफर कर खूबसूरती का आनंद लेने आते रहे हैं।
उत्तर रेलवे ने धरोहर के रूप में अब भी कुछ भाप इंजनों को संभाल कर रखा हुआ है। इनमें कुछ इंजनों को पर्यटकों की अच्छी बुकिंग पर इस ट्रैक पर चलाया जा रहा है। रेलवे द्वारा शिमला व कैथलीघाट रेलवे स्टेशन के मध्य इस पुराने इंजन का सफल ट्रायल किया गया है। इसकी बुकिंग होने के बाद इसे दोबारा यह इंजन ट्रैक पर दौड़ेगा।
एक से डेढ़ लाख है किराया
सदी के पुराने भाप इंजन में दो से तीन बोगियां लगाई जाएंगी। कालका शिमला ट्रैक पर इस ऐतिहासिक इंजन की यात्रा का नजारा लेने के लिए एक से डेढ़ लाख रुपये एक यात्रा का अदा करना होता है। रेलवे के मुताबिक शिमला से कैथलीघाट के बीच एक बार आने और जाने के लिए करीब एक लाख रुपये खर्च करने पर ही इसकी बुकिंग की जाती है। इसे कोयले और पुरानी तकनीक पर चलाया जाता है। पर्यटन सीजन के दौरान ही इसकी बुकिंग करवाई जाती है जोकि अधिकतर विदेशों से आने वाले पर्यटक करवाते हैं।