कांगड़ा के फोर्टिस अस्पताल में कान, नाक और गला रोग सर्जन डॉ समित वाधेर और स्पेशलिस्ट ऐनेस्थेटिक टीम के हुनर के चलते एक हाई रिस्क सर्जरी सफल हो पाई है। बता दें कि 70 वर्षीय महिला, जो पिछले एक साल से गले में गांठ से पीड़ित थी। हालत इतनी खराब थी कि उस गांठ में दो सेंटीमीटर का एक स्टोन भी तैयार हो चुका था। अब यह गांठ लगातार बढ़ रही थी। जिस कारण उन्हें असहनीय दर्द के साथ-साथ खाना-पीना भी मुश्किल हो गया था। बहुत सी जगहों पर ट्रिटमेंट लेने के वाबजूद उन्हें किसी तरह का कोई फायदा नहीं हो रहा था।
डॉ समित ने मरीज का केस विस्तृत अध्ययन करने के बाद उसे उपचार के लिए आश्वासन दिया। डॉ समित ने प्रथम चरण में सिटी स्कैन के जरिए डायग्नोस किया, जिसमें मरीज के गले में गांठ के बीच में ही दो सेंटीमीटर का एक स्टोन भी पाया गया। इस गांठ अैर स्टोन की वजह से उन्हें दर्द और खाने-पीने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
अब उनके इस मर्ज का उपचार मात्र ऑपरेशन था। लेकिन ऑपरेशन में सबसे बड़ी बाधा मरीज का हार्ट पेशेंट होना था। परंतु फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा की स्पेशलिस्ट ऐनेस्थेटिक टीम के हुनर से चलते यह हाई रिस्क सर्जरी संभव हो पाई। सर्जरी के जरिए मरीज के गले की गांठ को दो सेंटीमीटर स्टोन के साथ निकाला गया। इस सर्जरी में मरीज के चेहरे की नस को बचाना भी एक चुनौती थी। ताकि मरीज को मुंह के टेड़ेपन से बचाया जा सके। ऑपरेशन के उपरांत मरीज बिलकुल नॉर्मल स्थिति में थी। दूसरे ही दिन वह अच्छे से खा-पी रही थी और उन्हें दर्द से भी राहत थी। अब करीब 5 दिन के अस्पताल देखरेख के बाद डिस्चार्ज दे दिया गया है।