जयराम सरकार ने प्रदेश में सत्ता पाने से पहले कहा था कि अगर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनती है तो रूसा प्रणाली को खत्म किया जायेगा। लेकिन, अब सत्ता में आने के बाद सरकार चुनाव से पहले किए अपने वादे से मुकर रही है। प्रदेश के कॉलेज छात्रों का कहना है कि उन्हें भ्रमित कर उनके वोट का इस्तेमाल सिर्फ सत्ता हासिल करने के लिए किया गया है। छात्रों ने कहा कि सरकार रूसा सिस्टम के नाम पर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
छात्रों ने कहा कि उन्होंने 5 अप्रैल को प्रदेशभर में जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन करने का भी फैसला लिया है। उन्होंने यह साफ किया कि अगर जून में सत्र के दौरान सरकार ने रूस सिस्टम को बंद करने का अंतिम फैसला नहीं लिया तो प्रदेश भर में कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे।
'समाचार फर्स्ट' के सवाल के जवाब में छात्रों ने कहा कि जो प्रणाली प्रदेश के छात्रों पर थोंपी गई है उससे हज़ारों छात्र प्रभावित हो रहे है। उन्हें प्रदेश के विश्वविद्याल्यों में दाखिला नहीं मिल पा रहा। इस प्रणाली से शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र समय पर अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पा रहे हैं। जिस कारण उनके मार्क्स काम आ रहे हैं। सरकारें एक तरफ तो शिक्षा को बढाने की बात कर रही है।
छात्रों ने कहा कि जो पुरानी शिक्षा प्रणाली थी उसके तहत युवाओं को जल्द नौकरी मिल जाती थी और पढाई के साथ साथ युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कर पाते थे लेकिन, रूसा प्रणाली के तहत छात्र चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाए कि सरकार ने रूसा प्रणाली को बिना किसी तैयारी के छात्रों पर थोंपने का काम किया है।