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शहीद पवन कुमार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई

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  • पुंछ सेक्टर में पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए सूबेदार मेजर पवन कुमार

  • पार्थिव देह पहुंचते ही गांव में गूंजे ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे, माहौल गमगीन

  • मुख्यमंत्री सुक्खू ने पिता से फोन पर की बात, शोक जताया और समर्थन का भरोसा दिया


Poonch sector martyrdom: आपरेशन सिंदूर के दौरान वीरगति को प्राप्‍त  सूबेदार मेजर पवन कुमार को सम्मान के साथअंतिम विदाई दी गई। गांव  देशभक्ति के नारों से गूंज उठा। फौजी सम्मान के साथ जैसे ही बंदूकें दागी गईं, पूरा गांव शोक और गर्व के मिश्रित भावों में डूब गया। इस दौराना पाकिस्‍तान मुर्दाबाद और भारत जिंदाबाद के नारे लगे।

शहीद पवन कुमार ने अपने पीछे बुजुर्ग पिता गरज सिंह, पत्नी सुषमा देवी, पुत्र अभिषेक कुमार और पुत्री अनामिका को छोड़ दिया है। अभिषेक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है, जबकि अनामिका कॉलेज में पढ़ाई कर रही है।

 

बता दें कि जिला कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) के शाहपुर उपमंडल के सिहोलपुरी गांव निवासी सूबेदार मेजर पवन कुमार जरियाल जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में शहीद हो गए। यह घटना शनिवार सुबह करीब 7:30 बजे की है, जब 25 पंजाब रेजिमेंट में तैनात 48 वर्षीय पवन कुमार अग्रिम चौकी पर डटे थे।

जैसे ही शहीद की खबर गांव में पहुंची, पूरे सिहोलपुरी गांव में शोक की लहर दौड़ गई। रविवार को जब शहीद की पार्थिव देह गांव पहुंची, तो हर आंख नम थी। हजारों की संख्या में लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। लोग “भारत माता की जय” और “पाकिस्तान मुर्दाबाद” के नारों से गगन गूंजा उठाया।

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने स्वयं शहीद के पिता सेवानिवृत्त हवलदार गरज सिंह को फोन कर शोक जताया और आश्वासन दिया कि राज्य सरकार इस दुख की घड़ी में उनके साथ है।

वहीं शाहपुर विधायक केवल सिंह पठानिया, एसडीएम शाहपुर करतार चंद, डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा, और कई पुलिस अधिकारी शहीद के घर पहुंचे। सभी ने परिवार को ढांढस बंधाया और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

पवन कुमार एक अनुशासित सैनिक के साथ-साथ एक समर्पित पारिवारिक व्यक्ति भी थे। उनके बलिदान ने न केवल उनके परिवार को, बल्कि पूरे क्षेत्र को गर्व और ग़म दोनों का अनुभव कराया है।