शिमला के रामपुर में आयोजित अन्तरराष्ट्रीय लवी मेले का समापन हो गया। 4 दिनों तक चले इस मेले के समापन समारोह में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह मुख्य अतिथि थे। लवी मेले का इतिहास सैकड़ों साल पुराना है। देश की आजादी से पूर्व रामपुर का लवी मेला व्यापारिक मेले के रूप में प्रसिद्ध था और भारत व तिब्बत के बीच रामपुर व्यापार का पुराना मार्ग था। इस मौके पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि लवी मेला प्रदेश की समृद्ध प्राचीन संस्कृति की पहचान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के मेले आपसी भाईचारा बढ़ाने तथा हिमाचल प्रदेश की समृद्ध संस्कृति को प्रदर्शित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हमारा दायित्व बनता है कि इस प्राचीन मेले की संस्कृति को , युवा पीढ़ी से रू-ब-रू कराया जाए ताकि युवाओं को अपने प्रदेश की संस्कृति और रीति-रिवाजों का ज्ञान मिले और उन्हें इस पर गर्व हो
इस अवसर सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा कि भविष्य में मेले को और सफल बनाने के लिए मैदान का विस्तार किया जाएगा ,ताकि यहां आने वाले व्यापारियों को बेहतर सुविधाएं मिल सके।गौरतलब है कि हर साल लवी मेले का आयोजन रामपुर में होते है। मुख्यमंत्री ने मेले के दौरान लगाई गई विकासात्मक प्रदर्शनी के आयोजकों को पुरस्कार भी वितरित किए। इस दौरान उन्होंने स्कूली बच्चों को पुरस्कारों से नवाजा।