हिमाचल

सुख-सरकार ने अनाथ बच्चों को सम्मानजनक जीवन का दिया अधिकार: RS बाली

पर्यटन निगम के अध्यक्ष, कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि राज्य सरकार वंचितों के उत्थान को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में 1061 अनाथ बच्चों को सामाजिक सुरक्षा के रूप में 1.99 करोड़ रुपये, 3121 लाभार्थियों को 4000 रुपये प्रति माह पॉकेट मनी के रूप में 16.89 करोड़ रुपये और त्योहार भत्ते के रूप में 1025 अनाथ बच्चों को 65.76 लाख रुपये की राशि शीघ्र ही वितरित की जाएगी, जिसके लिए सभी औपचारिकताएं पूरी करने की प्रक्रिया प्रगति पर है।

उन्होंने कहा कि  हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने अनाथ बच्चों को सहारा प्रदान करने के लिए विशेष रूप से कानून बनाया है। प्रदेश सरकार इन बच्चों को ‘चिल्ड्रन आफ द स्टेट’ के रूप में अपनाकर उनकी बेहतर देखभाल सुनिश्चित कर उन्हें सम्मानजनक जीवन दे रही है।

उन्होंने कहा कि सुख की सुरकार के वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के अन्तर्गत बाल देखभाल संस्थानों (सीसीआई) में रहने वाले 1084 बच्चों को 1.02 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता से लाभान्वित किया गया है और 2719 लाभार्थियों को 4000 रुपये की प्रतिमाह पॉकेट मनी के रूप में 4.34 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। ये बच्चे हर्षोल्लास के साथ त्यौहार मनाएं, इसके लिए 1084 बच्चों को त्योहार भत्ते के रूप में 59.81 लाख रुपये, वस्त्र भत्ते के रूप में 54.20 लाख रुपये और पोषण आहार राशि के रूप में 32.52 लाख रुपये वितरित किए गए हैं।

इस योजना के अन्तर्गत 48 लाभार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए 15.52 लाख रुपये की वित्तीय सहायता, 17 बच्चों को व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए 7.02 लाख रुपये, एक बच्चे को कुशल विकास के लिए 17500 रुपये, तीन बच्चों को स्टार्ट-अप परियोजनाओं के लिए 6 लाख और दो अनाथ बच्चों को वर्ष 2023-24 के लिए भूमि आवंटित की गई है।

वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक 68 लाभार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए 28.30 लाख रुपये, व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए 48 बच्चों को 26.95 लाख रुपये, दो अनाथ बच्चों को कौशल विकास के लिए 3.13 लाख रुपये और चार लाभार्थियों को स्टार्ट-अप परियोजनाओं के लिए 7.45 लाख रुपये दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के माध्यम से अनाथ बच्चों की विश्व स्तरीय शिक्षा ग्रहण करने की अभिलाषा पूरी हो रही हैं। प्रदेश सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना राज्य के अनाथ बच्चों को कॉन्वेंट और अन्य प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में दाखिला दिलाने में मील पत्थर साबित हो रही है।

Kritika

Recent Posts

सीएम ने आपदा प्रभावितों से एक करोड़ का वादा कर एक पैसा नहीं दिया: जयराम ठाकुर

शिमला: नेता प्रतिपक्ष ने शिमला से जारी बयान में कहा कि यह सरकार हर मोर्चे पर…

2 hours ago

धरतीपुत्र कहलाने वालों का तो जन्म ही मुंबई का, मेरा तो जन्म- पढ़ाई सब देहरा की: कमलेश

देहरा: कांग्रेस उम्मीदवार कमलेश ठाकुर ने शुक्रवार को भी ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार किया। उन्होंने दरकाटा,…

3 hours ago

वित्तीय संसाधन जुटाएंगे, प्रदेश को आत्मनिर्भर भी बनाएंगेः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज जिला ऊना के कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के अघलौर…

3 hours ago

प्रदेश सरकार धार्मिक, साहसिक व ईको पर्यटन को दे रही बढ़ावाः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज जिला ऊना के कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के तहत…

3 hours ago

कांग्रेस मंत्री की टिप्पणी राज्यपाल के पद एवं गरिमा का अपमान : बिंदल

शिमला: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा की हिमाचल प्रदेश के महामहिम राज्यपाल…

3 hours ago

शिमला जिला के दूर दराज क्षेत्रों में युवाओं को करवाए जाएंगे पर्यटन से जुड़े विशेष कोर्स

जिला स्तरीय सलाहकार कमेटी मीटिंग आज शिमला में बचत भवन में हुई । बैठक की…

3 hours ago