शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा है कि भाजपा नेता हिमाचल प्रदेश में ऑपरेशन लोट्स फेल होने से पूरी तरह से बौखला गए हैं। धनबल का इस्तेमाल कर राजनीति मंडी से विधायकों को खरीदा लेकिन भाजपाईयों के मुख्यमंत्री व मंत्री बनने के मंसूबे धरे के धरे रह गए। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू दुख का सबसे बड़ा कारण है क्योंकि वर्तमान राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के सभी दरवाजों को बंद कर दिया है और उनकी लूट की दुकान बंद कर दी है।
रोहित ठाकुर ने कहा कि ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं और एक साधारण परिवार से निकलकर मुख्यमंत्री के पद पर पहुंचे हैं। इसीलिए वे आम आदमी के दर्द से भली.भांति परिचित हैं और समाज के अन्तिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के कल्याण के लिए योजनाएं बनाकर उन्हें धरातल पर लागू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मात्र सवा साल के छोटे से कार्यकाल में अनाथ बच्चों के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना बनाई और अब उनकी देखभाल का जिम्मा कानूनी रूप से सरकार का है। यही नहीं दूध पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने वाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य बना। साथ ही मनरेगा की दिहाड़ी में ऐतिहासिक 60 रूपये की वृद्धि की, दिहाड़ीदारों की न्यूनतम दिहाड़ी बढ़ाकर 400 रूपये की विधवाओं के 27 साल तक के बच्चों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार उठा रही है और विधवाओं को घर बनाने के लिए तीन लाख रूपये की मदद प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपने दूसरे बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं तथा बागवानों की वर्षों पुरानी मांगों को पूरा किया गया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पुरानी पैंशन और महिलाओं को 1500 रूपये पैंशन सहित अपनी 10 में से पांच चुनावी गारंटियों को पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि सवा साल के कार्यकाल का हिसाब मांगने वाले भाजपा नेता अपने पांच साल का हिसाब जनता को दें। भाजपा ने केवल मात्र कर्ज के सहारे पांच साल सरकार चलाई और आर्थिक संसाधन जुटाने पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण हिमाचल प्रदेश आर्थिक रूप से बदहाल बना।
अपनी मौजमस्ती और चुनावी लाभ के दृष्टिगत भाजपा ने अपने कार्यकाल के अंतिम साल में 16000 करोड़ रूपये से अधिक धन का दुरूपयोग किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने सत्ता संभालते ही आर्थिक संसाधन जुटाने की दिशा में अनेक कदम बढ़ाये जिनके परिणामस्वरूप एक साल में ही हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 20 प्रतिशत तक का सुधार आया है और एक ही वर्ष में 2200 करोड़ रूपये का राजस्व अर्जित किया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक रूप से उगाए हुए गेहूं का समर्थन मूल्य 40 रूपये तथा मक्की के लिए 30 रूपये प्रति किलोग्राम निर्धारित किया है।
रोहित ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राज्य सरकार की सवा साल की उपलब्धियों को लेकर चुनाव में जा रही है और अपना रिपोर्ट कार्ड जनता के समक्ष रख रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता झूठ और खरीद फरोख्त की राजनीति को चुनाव में करारा जवाब देगी और कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों को लोकसभा व विधानसभा उपचुनावों में भारी मतों से विजयी बनाएगी।