राजधानी शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आइजीएमसी) में स्वाइन फ्लू के कारण व्यक्ति की मौत के बाद दहशत का माहौल है। अब तक आइजीएमसी में 20 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। चार मरीज दाखिल हैं, जिनमें तीन पुरुष व एक बच्ची शामिल है। इनमें 64 वर्षीय जगदीश (मंडी), 56 वर्षीय चंद्रशेखर (शिमला), 65 वर्षीय पदमा राम (मंडी) और दो साल की प्रियंका (बिलासपुर) शामिल हैं। सभी की स्थिति स्थिर है। अब तक चार की मौत हो चुकी है और 11 लोगों का उपचार कर उन्हें घर भेज दिया गया है।
मामूली सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीजों को भी फ्लू का डर सताने लगा है। गले में मामूली इंफेक्शन भी हो तो लोगों को इसी का डर सता रहा है कि कहीं उन्हें स्वाइन फ्लू तो नहीं हो गया। इस कारण पिछले कुछ दिनों में अस्पताल में वायरल के मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
आइजीएमसी में स्वाइन फ्लू के कारण वीरवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। लगातार मामलों में बढ़ोतरी हो गई है। प्रदेश में स्वाइन फ्लू से यह छठी मौत है। शिमला में भारी ठंड के कारण मेडिसिन ओपीडी में भी बढ़ोतरी हुई है। इन दिनों मरीजों में सबसे ज्यादा असर वायरल इंफेक्शन का देखा जा रहा है। सर्दी के सीजन में स्वाइन फ्लू की वजह से कई लोगों की जान गई है। जिला शिमला में स्वाइन फ्लू के 13 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
मास्क लगाकर अस्पताल पहुंच रहे लोग
स्वाइन फ्लू को लेकर लोगों में भय का आलम यह है कि अस्पताल में मरीजों से मिलने आने वाले परिजन और जांच के लिए आने वाले मरीज भी मास्क लगाकर पहुंच रहे हैं। स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों का वार्ड आइसोलेशन के आसपास जाने वाले लोग भी मास्क का प्रयोग कर रहे हैं।