गिरिपार को जनजातीय घोषित करने के लिए सिरमौर हाटी विकास मंच की खूमलि बैठक का आयोजन शिमला में किया गया। गिरिपार को जनजातीय घोषित करने के लिए शिमला में रह रहे सैंकड़ों हाटी समुदाय के लोगों ने भाग लिया और आंदोलन को तेज करने पर विचार किया गया। तमाम उपस्थित लोगों ने हक नहीं तो वोट नहीं का नारा दिया और 2022 के आम चुनाव में बहिष्कार करने के लिए जन जन आंदोलन चलाया जाएगा।
सिरमौर हाटी विकास मंच शिमला यूनिट के अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा और महासचिव अतर सिंह तोमर ने कहा कि जब सभी रिपोर्ट्स और कागज तैयार है तो सरकार क्यों तीन लाख लोगों को हक दिलाने में आनाकानी कर रही है। लोगों में आक्रोश दिन प्रतिदिन बड़ रहा है। केंद्रीय हाटी समिति के अध्यक्ष डॉक्टर अमीचंद कमल ने अभी तक हुई प्रगति पर विस्तार से जानकारी दी और लोगो से आव्हान किया कि तन मन धन से हाटी आंदोलन भाग ले।
मंच के मुख्य सलाहकार डॉक्टर रमेश सिंगटा ने कहा कि गांव गांव में आंदोलन को तेज किया जाएगा। युवा जोश अमित चौहान, मुकेश ठाकुर और सतपाल बिरसानटा ने कहा कि अब मुदा का हल जरूरी है आर पार की लडाई के सभी गिरिपार के युवा आगे आएं। हाटी विकास मंच के सचिव दलीप सिंह सिंगटा और मीडिया प्रभारी कपिल चौहान ने कहा कि जो नेता हाटी समुदाय के लोगो की आवाज नहीं उठा रहे उनको जनता वोट न दे।