सोशल मीडिया के जरिये बुलाए गए कथित भारत बंद का असर कई राज्यों में देखने को मिला। हिमाचल के ऊना में जहां निजी बस ऑपरेटरों ने सर्विस बंद रखी, तो वहीं पंजाब के फिरोजपुर में 2 गुटों में झड़प हुई। यहां दो गुटों के बीच पत्थरबाजी हुई और व्हीकल्स को भी नुक्सान पहुंचाया गया। इसके अलावा यूपी, राजस्थान, मध्यप्रदेश राज्यों में भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गए हैं।
मध्यप्रदेश के संवेदनशील जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है, वहीं राजस्थान में धारा 144 लागू करते हुए अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। उत्तर प्रदेश के हापुड़ में अफवाहों को रोकने के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है, जबकि हिमाचल के ऊना में भी पुलिस बल तैनात किया गया है।
दरअसल, एससी-एसटी ऐक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ 2 अप्रैल को दलित संगठनों द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर लोग 10 अप्रैल को आऱक्षण के ख़िलाफ एक और भारत बंद का ऐलान करने लगे। इन लोगों और कुछ कथित संगठनों द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट मेसेज में आरक्षण के खिलाफ एकजुट होने और देश भर में होने वाले प्रदर्शनों में शामिल होने का आह्वान किया गया था। हालांकि, किसी संगठन द्वारा इस भारत बंद की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।