धर्मशाला में सेंट्रल यूनिवर्सिटी एक बार फिर सवालों के घेरे में खड़ी है। यूनिवर्सिटी में students की एडमिशन तो कर दी लेकिन होस्टल का पता नही है। स्टूडेंट को अपनी जेब से पैसा खर्च कर होटलों में रात गुजारनी पड़ रही है ऐसे में यूनिवर्सिटी को चलाने की बात की जाती है लेकिन बाहर से आने वाले बच्चों को इस तरह की परेशानी से जूझना पड़ जाए तब तो सवाल इतना लाजमी है।
वहीं दूसरी ओर बच्चों की ऑनलाइन एडमिशन कर और स्टूडेंटस से फीस भी ले ली गई है। लेकिन जब स्टूडेंट यूनिवर्सिटी पहुंचे तो उनको जो बात सुनने को मिली तो उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गई। स्टूडेंटस परेशान हो कर हंगामे के सहारा लेने लगे।
बुधवार को स्टूडेंटस ने वीसी के पास जा कर अपनी बात रखी। वहीं होस्टल वालो को तो आज छत देने की बात की गई लेकिन BC महोदय ने यह बात कह टाल दी कि जिन स्टूडेंटस की एडमिशन गलत हुई है, उसमें टेक्निकल खराबी है। यह जबाब किसी को रास नही आ रहा जबकि इस बात का खंडन एक स्टूडेंट ने कर दिया है।