<p>वर्तमान में पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है हर कोई इससे बचाव के हर सम्भव प्रयास कर रहा है। अपने बचाव के चक्र में इंसान पशुओं को भूल रहा है इस समय इंसान तो इंसान बेजुबान, बेसहारा पशुओं की स्थिति भी दयनीय बनी हुई है। देश में भी पशुओं पर हो रही क्रूरता के कई उदाहरण सामने आ रहे हैं।</p>
<p>शिमला के करसोग क्षेत्र की बात करे तो बेजुबान गौ माताए एवं अन्य बेसहारा पशुओं के झुंड हर जगह दिखाई दे रहे है जिनकी स्थिति दयनीय बनी हुई है। खेतों में खाने के लिए कुछ नहीं है और सड़कों, बाज़ारो में, सब्जियों की दुकानों के आसपास ये झुंड बनाकर चलने को मजबूर है, जिससे सड़क पर दुर्घनाएं भी घट सकती हैं। ये नालियों का गंदा पानी पीने को मजबूर है कूड़े के ढेरों में मुंह मारते हैं।</p>
<p>इन पशुयों के चारे और ठहराव को लेकर करसोग के नगर पंचायत के लोगों ने करसोग एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा और इनकी उचित व्यवस्था लिए गौ सदन की मांग की है ताकि आने वाले समय में तैयार होने वाली फसल को किसान बचा सके और इन पशुओं की चारे और ठहराव की उचित व्यवस्था हो सके।</p>
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