शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में क़ानून व्यवस्था का जनाज़ा उठ गया है। फिरौती के लिए दिनदहाड़े, खुलेआम लोगों को गोली मारी जा रही है। आज तक हमने हिमाचल प्रदेश में इस तरह के माफ़ियाराज की घटना नहीं सुनी।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार को इस तरह के माफिया का फ़न कुचलना होगा, उसके लिए चाहे जो कार्रवाई करनी पड़े। उन्होंने कहा कि ऊना के हरोली में फिरौती न देने पर कारोबारी को गोली मारने की घटना से आज पूरे ऊना में दहशत का माहौल है। ऊना के कई लोगों से मेरी बात हुई.
सबने यही कहा कि इस बात की कल्पना भी नहीं की जा सकती कि हिमाचल में फिरौती और गुंडा टैक्स जैसी चीजों की मांग करके गोलीबारी करेगा। उन्होंने कहा कि आज नगरोटा में ज़मीनी विवाद में एक प्राइवेट स्कूल संचालक ने अपने सगे भाई और भाभी की दिन दहाड़े गोली मार कर कर हत्या कर दी।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में यदि किसी को भी इस तरह के अपराध की उम्मीद नहीं थी तो सरकार का भी यह दायित्व बनता है कि ऐसे अपराध प्रदेश में होने भी न पाए। माफिया का फन कुचलने के लिए सरकार जो भी कदम उठाएगी विपक्ष पूरी ज़िम्मेदारी से सरकार के साथ खड़ा है लेकिन इस तरह की घटना पर अंकुश लगना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश क़ानून से चलेगा माफिया से नहीं। कारोबारी सरकार को टैक्स देते हैं, वह गुंडा टैक्स नहीं देंगे। इसलिए सरकार की ज़िम्मेदारी है कि हर नागरिक की सुरक्षा करे और माफिया को उनकी सही जगह दिखाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गुंडा टैक्स नहीं चलेगा।
हिमाचल प्रदेश अपनी शान्तिप्रियता और क़ानून व्यवस्था के लिए जाना जाता है और यही हमारे प्रदेश की पहचान रहनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह प्रदेश की पहली घटना है सरकार यह सुनिश्चित करे कि यही आख़िरी घटना भी हो। इस तरह की घटनाएं प्रदेश में किसी तरह स्वीकार नहीं की जाएगी।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि समाचारों के माध्यम से पता चला है कि अन्य राज्य की जेल में बैठे माफिया द्वारा इस तरह की कार्रवाई करवाई गई है। माफिया द्वारा कारोबारी से पैसे की मांग की गई थी, पैसा न देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई थी। ऐसे में पुलिस द्वारा शिकायतकर्ता को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई। पुलिस द्वारा माफिया पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
जयराम ठाकुर ने कहा कि ऐसे बहुत से सवाल हैं जिनके जवाब सरकार पुलिस विभाग को तलाशने होंगे। उन्होंने कहा कि सबसे पहले सभी आरोपियों की गिरफ़्तारी की जाए और इस मामले में शामिल हर अपराधी को ऐसी सजा दी जाए कि प्रदेश में फिर से इस तरह की हरकत करने की हिम्मत कोई और न कर सके।
कांगड़ा के जसौर में शिक्षक और उनकी पत्नी की हत्या पुलिस और प्रशासन की नाकामी
कांगड़ा के नगरोटा बगवां से लगते जसौर में में ज़मीनी विवाद में एक प्राइवेट स्कूल संचालक ने अपने सगे भाई और भाभी की दिन दहाड़े गोली मार कर कर हत्या कर दी। इस तरह से प्रदेश में दिन दहाड़े गोलीय चल रही हैं।
पिछले माह 06 अक्टूबर को ऊना के ही बहडाला में सहकारी सभा के सचिव की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस तरह की निजी रंजिश में हत्या पुलिस की नाकामी और उसके ख़ुफ़ियासूचना तंत्र की विफलता है। एक दिन में इस तरह की घटनाएं नहीं हो सकती है। इस तरह के मामले पुलिस के गोपनीय सूचना तंत्र की सहायता से रोके जा सकते हैं।