अक्सर टीवी आदि पर दिखने वाली कुछ हैरतअंगेज खबरों में यह आता रहा है कि कोई मकान, मंदिर या अन्य निर्माण अपनी जगह से उठाकर दूसरी जगह पर जाकर स्थापित कर दिया गया। ऐसी खबरों को लेकर लोगों में दिलचस्पी तो बनती मगर विश्वास बहुत कम होता है। मगर हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में इसे साक्षात देखकर लोग रोमांचित, अचंभित होने के साथ साथ नई तकनीक से साक्षात्कार कर रहे हैं।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में मंडी कुल्लू सीमाओं पर नेशनल हाइवे 21 जो अब फोरलेन बन रहा है पर बसे नगवाईं गांव के राजेश शर्मा का मकान फोरलेन निर्माण के चलते बिल्कुल सड़क के साथ आ गया और सड़क के उंचा हो जाने से मकान नीचे भी हो गया। उसने भी इसी तरह के समाचार देख रखे थे तो सोचा कि क्यों न वह इस तकनीक के बारे में पता लगाएं और अपने मकान को कुछ आगे अपनी जगह पर जाकर स्थापित कर दें। इससे जहां उसका मकान जो नया ही है तथा काफी मेहनत लग्न से बनाया है, जिसके साथ उसकी भावनाएं जुड़ी हैं को तोड़ने से बचाया जा सकेगा व तोड़कर फिर बनाने का जो कई गुणा खर्चा आएगा उससे भी बचा जा सकेगा।
उसकी मेहनत रंग लाई और उसे एक ठेकेदार हरमेंद्र मिल गया जिसने उसके मकान को दूसरी जगह पर बदल देने की हामी भरी। इन दिनों यह काम तेजी से जारी है और मकान अब अपनी जगह से खिसक कर 6 फीट आगे पहुंच गया है। कुछ ही महीनों में इसे धीरे धीरे मूल स्थान से 120 फीट आगे जहां पर एक नई फाउंडेशन तैयार की गई है उस पर बिठा दिया जाएगा। इसे खिसकाना शुरू करने से पहले इसके नीचे जैक सिस्टम फिट करके इसे तीन फीट उपर किया गया। फिर इसके साथ चैनल जोड़े गए जिनके माध्यम से अब इसे आगे खिसकाने का क्रम जारी है।
राजेश शर्मा ने बताया कि अभी तक मकान को मूल स्थान से करीब छह फीट से ज्यादा ले जा गया है। कुछ ही दिनों में वे इस मकान को दूसरे स्थान पर नई फाउंडेशन पर स्थापित कर देंगे। इस मकान को बदलने पर करीब साढ़े पांच लाख की मजदूरी पर खर्च होगा। मकान के मालिक राजेश शर्मा ने बताया कि घर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर बदलने का उनका करीब आठ लाख रुपये तक खर्च आएगा। राजेश ने बताया कि ठेकेदार ने उन्हें विश्वास दिलाया है कि उनका मकान 60 से 70 दिनों के बीच में नए स्थान पर स्थापित कर दिया जाएगा। वहीं, राजेश शर्मा का मकान इन दिनों लोगों में खासी चर्चा बना हुआ हैं। कई लोग इसे देखने के लिए यहां आ रहे हैं।