प्रदेश के जिला शिमला के ग्रामीण इलाकों सहित जुब्बल-नावर-कोटखाई में परिवहन व्यवस्था ठप्प पड़ी हैं और भाजपा सरकार ने अमृत महोत्सव व केंद्र के मंत्रियों की रैलियों के लिए हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की बसें को अपने राजनैतिक कार्यक्रमों के लिए समर्पित कर दिया हैं. यह बात जुब्बल-नावर-कोटखाई के विधायक रोहित ठाकुर ने जारी एक प्रेस ब्यान में कही.
रोहित ठाकुर ने कहा कि जुब्बल-नावर-कोटखाई में गत पांच वर्षो की अवधि में एक भी नए रुट पर बस सेवा नहीं चली इसके विपरीत कोरोना काल से ही 2 दर्ज़न से अधिक बस के रुट आज तक बन्द पड़े हैं. उन्होंने कहा कि जो बाकी बची बसें हैं. वो पिछले दो महीनों से भाजपा की रैलियों में लगा दी हैं. रोहित ठाकुर ने कहा कि एक ओर जहां त्यौहार व सेब का सीज़न चला हुआ हैं.
वहीं, ऐसे समय में सरकार द्वारा बसें रैलियों में भेजने से छात्रों व आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं. उदाहरण के तौर पर बिलासपुर में होने वाली रैली के लिए कोटखाई क्षेत्र के 37 रूटों पर एक भी बस नहीं चली है. जिससे खासकर छात्रों व जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
हिमाचल पथ परिवहन निगम पहले ही नाज़ुक वित्तिय स्थिति के चलते डूबने की कगार में हैं और भाजपा सरकार जनता को परिवहन सुविधा से वंचित रखने के साथ-2 बसों को रैलियों में लगाकर निगम के घाटे को बढ़ा रही हैं. रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश पर ₹70000 करोड़ से अधिक का कर्ज़ होने के बावजूद भी भाजपा सरकार खुलेआम रैलियों में सरकारी तंत्र और जनता के धन का दुरुपयोग कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के गत पांच वर्षो के कार्यकाल में जिला शिमला को नाममात्र नई बसें आबंटित की गई. जबकि उपरी शिमला में अधिकांश रूटों पर खटारा बसें सेवा दे रही हैं. रोहित ठाकुर ने कहा कि खटारा बसों की दयनीय हालत अप्रिय घटना को दावत दे रही हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की अनदेखी के चलते जिला शिमला में सरकारी परिवहन व्यवस्था की दुर्दशा बनी हुई हैं.