5 अप्रैल 2023 को संयुक्त ट्रेड यूनियनो के बेनर तले देशभर से मजदूर दिल्ली में संसद का घेराव करने जा रहे हैं. इसी को लेकर आज देश भर के साथ हिमाचल प्रदेश में भी संयुक्त ट्रेड यूनियनों के आवाहन पर सीटू ने अपनी मांगों को लेकर धरने प्रदर्शन किए. शिमला में भी उपायुक्त कार्यालय के बाहर सीटू ने धरना प्रदर्शन किया.
सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा कि 44 श्रम कानूनों को खत्म करके केंद्र सरकार ने मजदूरों पर जबरदस्ती 4 श्रम कोड थोपने की कोशिश की है जिसका मजदूर यूनियने विरोध कर रही हैं.
सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण, ठेका प्रथा, आउटसोर्स कर्मचारियों का शोषण, स्की वर्कर का शोषण, कर्मचारियों की ओल्ड पेंशन योजना, मनरेगा की न्यूनतम दिहाड़ी 350 रुपए करने सहित कई मांगों को लेकर ट्रेंड यूनियन आंदोलन कर रही है और 5 अप्रैल को दिल्ली संसद का 5 लाख मजदूर घेराव करने जा रहे हैं जिसका आज ये एक तरह से पूर्वाभ्यास है.
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