प्रदेश सरकार ने जिला कांगड़ा के धर्मशाला के निकट गांव ढगवार में निर्मित होने वाले यूनिटी मॉल को स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस परियोजना के लिए प्रदेश के राजस्व विभाग ने उद्योग विभाग को 02-67-99 हैक्टेयर की भूमि हस्तांतरित की है। प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि भारत सरकार ने पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना शुरू की है और यूनिटी मॉल के निर्माण के लिए संशोधित दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं।
इस योजना के अन्तर्गत यूनिटी मॉल वन स्टॉप बाजार की तरह कार्य करेंगे और राज्य के हथकरघा, जीआई टैग उत्पादों के लिए व्यावसायिक केंद्र की तरह कार्य करेंगे और देसी और विदेशी पर्यटकों के लिए भारत के विभिन्न राज्यों के उत्पादों को प्रदर्शित करेंगे।
उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग ने विशेषज्ञों के परामर्श और एचपीएसआईडीसी ने यूनिटी मॉल परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की है और भारत सरकार को अगस्त, 2023 तक यह परियोजना रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है।
इसके अतिरिक्त भारत सरकार के उद्योग संवर्धन और आतंरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) ने प्रदेश में यूनिटी मॉल के निर्माण के लिए 132 करोड़ रुपये की धन राशि स्वीकृत की है। वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग ने प्रदेश के योजना विभाग को 66 करोड़ रुपये की पहली किश्त जारी कर दी है।
उन्होंने कहा कि डीपीआईआईटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार उद्योग विभाग सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी मोड) से यूनिटी मॉल के निर्माण, संचालन और रख-रखाव के लिए शीघ्र ही निविदा प्रक्रिया शुरू करेगा।
योजना के दिशा-निर्देशों के अनुसार यूनिटी मॉल में प्रदेश और देश के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त पार्किंग, होटल, फूड कोटर््स, पीवीआर और अन्य व्यावसायिक गतिविधियां भी शामिल की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि पीपीटी मोड पर परियोजना का क्रियान्वयन किया जाएगा, जिसके लिए विशेषज्ञों के परामर्श पर सभी आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है। इस परियोजना के माध्यम से प्रदेश के उत्पादों को प्रदर्शित करने के साथ-साथ उनकी बिक्री के माध्यम से प्रदेश के राजस्व में वृद्धि के साथ-साथ राज्य में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।