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बेहतर आपसी समन्वय से हो टीकाकरण, नहीं छूटे एक भी बच्चा : एडीसी

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धर्मशाला: अतिरिक्त उपायुक्त सौरभ जस्सल की अध्यक्षता में सोमवार को डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा और बच्चों के टीकाकरण को लेकर जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। डीसी ऑफिस में आयोजित इस बैठक में 15 से 30 जून, 2024 तक होने वाले डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा और जिले में बच्चों के टीकाकरण अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। अतिरिक्त उपायुक्त ने इन अभियानों के बेहतर परिणाम के लिए विभिन्न विभागों को तालमेल बनाकर काम करने के निर्देश दिए।
बैठक में रूटीन इम्यूनाइजेशन, मीजल्स रूबेला उन्मूलन और एनीमिया मुक्त हिमाचल अभियान को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। अतिरिक्त उपायुक्त ने सही समय पर बच्चों के टीकाकरण को लेकर सभी विभागों को बेहतर आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और समग्र विकास के लिए सही समय पर टीकाकरण बहुत जरूरी है, इसलिए टीकाकरण अभियान सबकी सामूहिक जिम्मेवारी है।
एडीसी ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा यूएनडीपी के माध्यम से यू-विन पोर्टल का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि यू-विन पोर्टल के माध्यम से बच्चों को होने वाले टीकाकरण का सारा रिकॉर्ड डिजिटाइज किया जा रहा है। जिससे भविष्य में किसी भी स्थान पर यदि वे जाते हैं तो उनके टीकाकरण का पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन उपलब्ध होगा।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि बरसात के मौसम में डायरिया संबंधित रोगों की चपेट में आने की अधिक संभावना रहती है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच और समय से उपचार को लेकर 15 से 30 जून तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जाएगा। जिसके तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों की डायरिया संबंधित जांच करेंगी और दवाईयां उपलब्ध करवाएंगी।
उन्होंने बताया कि इसके अंतर्गत 5 साल तक की आयु के बच्चों को घर-घर जाकर आशा वर्कर ओआरएस का पैकेट देगी तथा दस्त रोग के बारे में लोगों को जागरूक करेगी। लोगों को स्वच्छता और हाथ धोने के सही तरीके के बारे में भी जागरूक किया जाएगा। बैठक में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ वंदना ने रूटीन इम्यूनाइजेशन और मीजल्स रूबेला उन्मूलन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस बैठक में जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के सूद, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ वंदना, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, स्वयंसेवी संगठन तथा स्वास्थ्य विभाग के सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।