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मंडीः वीरेंद्र चौहान को HGTU से 6 साल के लिए किया बर्खास्त, नरेश महाजन को चुना नया अध्यक्ष

सचिन शर्मा |

हिमाचल राजकीय अध्यापक संग़ठन एचजीटीयू के निवर्तमान अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान को संगठन विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के गम्भीर आरोपों के चलते संगठन से 6 साल के लिये बर्खास्त कर दिया गया है। उनकी संगठन से प्राथमिक सदस्यता भी रद्द कर दी गई है। मंडी के नरेश महाजन को संगठन का नया अध्यक्ष चुना गया है। सोलन से नरोत्तम वर्मा संगठन के महासचिव जबकि चम्बा से परस राम वित्त सचिव चुने गये हैं। कांगड़ा के अरुण पठानिया वरिष्ठ उपाध्यक्ष होंगे। हमीरपुर के मटाहनी स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित किये गये राज्य स्तरीय चुनावों में प्रदेश भर के जिलों के दूर दराज क्षेत्रों से पहुंचे राज्य डेलीगेट्स ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव कर अपने नये राज्य अध्यक्ष का चुनाव किया। इन चुनावों में राज्य भर के नवनिर्वाचित जिला प्रधानों, महासचिवों, वित्त सचिवों के अलावा करीब 612 राज्य डेलीगेट्स ने नई राज्य कार्यकारिणी का चुनाव किया। नवनिर्वाचित राज्य पदाधिकारियों को नई कार्यकारिणी के गठन का अधिकार दिया गया है।

नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष नरेश महाजन ने अपने सम्बोधन में शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि शिक्षकों की मांगों को लेकर हर मोर्चे पर लड़ाई लड़ी जायेगी। उन्होंने कहा कि टीजीटी से पीजीटी प्रमोशन के बैकलॉग का मुद्दा, 4-9-14 का वित्तीय मसला, न्यू पेंशन स्कीम को खत्म करने सबन्धी, कांट्रेक्ट और कम्प्यूटर शिक्षकों सहित पीटीए पैरा और एसएमसी शिक्षकों सहित शिक्षकों के प्रत्येक वर्ग की समस्यायों को सुलझाने के लिये गम्भीरता से प्रयत्न किये जायेंगे। इससे पहले प्रदेश भर के विभिन्न जिलों से यहां पहुंचे वक्ताओं ने खुले जनरल हाउस में पूर्व प्रधान वीरेंद्र चौहान की जमकर खिंचाई की। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि चौहान ने संगठन को अपनी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बना कर रखा हुआ था। 2016 से 2019 तक चौहान द्वारा लिये गये संगठन विरोधी फैसलों को भी प्रस्ताव पारित कर निरस्त कर दिया गया।

वीरेंद्र चौहान को संगठन से बर्खास्त करने के प्रस्ताव के साथ ही प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग को यह सूचना देने का निर्णय लिया गया जिसमें उक्त व्यक्ति भविष्य में एचजीटीयू अथवा राजकीय अध्यापक संगठन के नाम का प्रयोग करते पाया गया तो उसके विरुद्ध कड़ी विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाये। इन चुनावों को निष्पक्ष तरीके से सम्पन्न करवाने के लिये पहली बार प्रदेश सरकार और शिक्षा निदेशालय की तरफ से तीन न्यूट्रल चुनाव पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई थी। इन पर्यवेक्षकों में हमीरपुर उच्च शिक्षा उपनिदेशक के सुपरिडेंट मनोहर महाजन, उच्च पाठशाला भटेड़ा के हेडमास्टर संजीव चोपड़ा और प्रिंसिपल मुश्ताक मुहम्मद को नियुक्त किया गया था। सरकार द्वारा नियुक्त ऑब्जर्वर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। इन चुनावों से एक बात स्पष्ट हो गई है कि राज्य सरकार और शिक्षा महकमे के दरवाजे वीरेंद्र चौहान के लिये बन्द कर दिये गये हैं। आज मटाहनी में हुये राज्य स्तरीय चुनावों में शिक्षक संगठन की  राजनीति से वीरेंद्र चौहान के युग का अंत हो गया।