नौ जुलाई का दिन हिमाचल में एक नए रिकार्ड के तौर पर दर्ज हो गया जब मंडी कुल्लू क्षेत्र में ,लगातार 36 घंटे से हो रही बारिश से उफान पर आई ब्यास व उसकी सहायक उहल, पार्वती, तीर्थन, सैंज, बाखली, ज्यूणी आदि नदियां व खड्डे अपने रिकार्ड स्तर पर रही और इससे व्यास नदी में जल स्तर का 75 साल पुराना रिकार्ड ध्वस्त हो गया।
बीते 30 घंटों लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से मंडी जिला में भारी तबाही हुई है। जिला की प्रमुख नदियों ब्यास और उहल का जल स्तर बढने से भारी तबाही हुई है। ब्यास नदी में आई बाढ़ से एक समय में मंडी से कुल्लू को जोडने वाला सौ साल पुराना पंडोह का लाल पुल व औट का पुराना पुल भारी बाढ़ की चपेट में आने से बह गया। इसके अलावा ब्यास के रौद्र से दवाडा का पुल भी बह गया।
इधर, थाना औट के कंपाउंड में इंपाउंड करके रखी गई गाडियां भी गिर कर दरिया में बह रही हैं। एएसपी मंडी सागर चंद ने बताया कि मंडी से कुल्लू जाने वाले सभी रास्ते बंद होने के कारण सुबह से ही गाडियों को मंडी सुंदरनगर तथा बल्ह क्षेत्र में रोका गया है । अभी स्थिति यह है कि मंडी से पंडोह के बीच एनएच खुलने की कोई संभावना नहीं है।
इसके अलावा हनोगी तथा औट के बीच में भी फोरलेन बंद हो चुका है। जिसकी भी आज खुलने की कोई संभावना नहीं है यदि कल मौसम ठीक हुआ तो सुबह काम शुरू करके दिन 2.00 बजे तक एनएच को खोले जाने की संभावना है। उन्होंने बताया कि मंडी, बल्ह तथा सुंदरनगर में जितनी भी टूरिस्टों की वोल्वो बसें तथा गाडियां खड़ी हैं , उन तक पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम ध् लाउड स्पीकर से यह संदेश पहुंचाया जा रहा ह कि वे आज रात अपना रहने का बंदोबस्त सुंदरनगर ,बल्ह तथा मंडी के होटलों में कर लें।
उन्हें यह बता दिया जा रहा है कि कल दोपहर के बाद ही एनएच खुलने की संभावना है। इधर, मंडी के ऐतिहासिक विक्टोरिया पुल पर भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। पानी पुल को टच कर गया है यदि जलस्तर और बढ़ा तो पानी पुल के ऊपर आ जाएगा। जिससे पुराना पुल है टूट सकता है । उन्होंने मंडी सदर थाना को सूचित किया है कि जो लोग इस पर खड़े होकर वीडियो बना रहे हैं, इन लोगों को इस पर खड़े न होने दिया जाए।
वहीं पर पुलिस को हिदायत दी है सुंदरनगर तथा बल्ह क्षेत्र से कुल्लू की तरफ जाने वाली किसी भी गाड़ी को बाया चौलचौक पंडोह की तरफ न भेजा जाए। क्योंकि हनोगी से आगे फोरलेन बंद हो चुका है जिसकी अभी खुलने की कोई संभावना नहीं है ,उल्टा ये लोग गोहर तथा पंडोंह के बीच जहां की तंग रोड़ है तथा कई जगह स्लाइड हो चुका है वहां फंसे रहेंगे।