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दिल्ली तक लड़ेंगे हिमाचल के किसानों के हितों की लड़ाई, मंडी में बोले राकेश टिकैत

किसान नेता राकेश टिकैत इन दिनों हिमाचल दौरे पर हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को मंडी दौरे पर पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा कि हिमाचल के किसानों के हितों की लड़ाई किसान संघर्ष संयुक्त मोर्चा दिल्ली तक लड़ेगा…

बीरबल शर्मा |

किसान नेता राकेश टिकैत इन दिनों हिमाचल दौरे पर हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को मंडी दौरे पर पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा कि हिमाचल के किसानों के हितों की लड़ाई किसान संघर्ष संयुक्त मोर्चा दिल्ली तक लड़ेगा। मंडी सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हिमाचल भ्रमण के दौरान वे हिमाचल के किसानों की परेशानियों को जानने समझने के बाद संयुक्त मोर्चा की ओर से एक ड्राफ्ट तैयार कर राज्य सरकार से वार्ता करेंगे। किसानों के हित की बात अगर सरकार प्यार से मान जाती है तो ठीक है, अन्यथा आंदोलन किया जाएगा। हिमाचल में एक बड़े किसान आंदोलन करने की आवश्यक्ता है।

राकेश टिकैत ने कहा कि बल्ह में प्रस्तावित एयरपोर्ट को बल्ह के बजाय कहीं और बनाया जाए। एयरपोर्ट के लिए बल्ह की उपजाऊ भूमि को बर्बाद नहीं किया जाए। रेलवे और फोरलेन के लिए जहां पर भी किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है, उन्हें भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के अनुसार चार गुणा मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा यह भी सर्वे किया जाएगा कि पूर्व में बनी जल विद्युत परियोजनाओं की वर्तमान में हालत क्या है, उनकी वजह से विस्थापित हुए किसानों को मुआवजा मिल पाया है , उनका पुनर्वास और पुनर्स्थापना हुआ है या नहीं।

उन्होंने कहा कि हिमाचल में मक्की की फसल बड़े पैमाने पर होती है, इसके अलावा धान, सब्जियों और फलों पर एमएसपी कानूनों के तहत सब्सिडी प्रदन की जाए। अदानी और अंबानी की कंपनियां सेब के दाम गिराकर किसानों बागवानों को उनकी फसलों के उचित दाम नहीं देती है। संयुक्त संघर्ष मोर्चा कंपनियों के अधिकार में फूडचेन का विरोध करता है। इसके अलावा हिमाचल मं किसानों को चार गुणा मुआवजा नहीं दिया गया, बल्ह में सर्किल रेट नहीं बढ़ाए गए। ताकि किसानों की जमीन एयरपोर्ट के लिए सस्ते दामों पर खरीदी जा सके।

टिकैत ने कहा कि उनका बल्ह से करीबी रिश्ता है। वे उत्तर प्रदेश के बालियान से संबंध रखते हैं हो सकता है बल्ह के लोग भी उसी क्षेत्र से यहां आए हों। किसान नेता ने ‘अग्रिपथ योजना’ को नकारते हुए कहा कि इस योजना से युवाओं का मानसिक, शारीरिक और आर्थिक शोषण होगा। सरकार किसानों को एमएसपी नहीं देना चाहती। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों की सरकार है जो व्यापारियों के लाभ की योजना बना रही है। राकेश टिकैत ने कहा कि हिमाचल में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इससके किसानों को लाभ होगा। इस अवसर पर बल्ह बचाओ संयुक्त संघर्ष मोर्चा के संयोजक जोगिंद्र वालिया,देवीरूप सैणी व अन्य किसान नेता मौजूद रहे।