टीबी व एचआईवी रोग के भेदभाव को कम करने और युवाओं को इस बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग के सौजन्य से धर्मशाला में आयोजित मैराथन दौड़ के महिला वर्ग में नगरोटा बगबां कालेज की रवीना कुमारी तथा पुरूष वर्ग में राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला के विक्रम ने अव्वल स्थान हासिल किया। राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला की भोली ने द्वितीय पुरस्कार, धर्मशाला कालेज की रितिका को तृतीय पुरस्कार से नवाजा गया इसी तरह से राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला की नैंसी और अदिति को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
इसी के साथ पुरुष वर्ग में राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला के पंकज ने दूसरा, अरुण भाटिया तीसरे स्थान पर रहे इसके साथ में धर्मशाला कॉलेज के आकाश तथा पालमपुर कालेज के नवनीत को सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया। महिला तथा पुरूष वर्ग में सभी विजेता खिलाड़ियों का राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयन किया गया है। यह मैराथन स्टेट वार मेमोरियल धर्मशाला से होते हुए सर्किट हाउस धर्मशाला से वार मेमोरियल धर्मशाला के प्रांगण में समाप्त हुई। इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि सीएमओ डा सुशील शर्मा ने मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया तथा विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम में समाज के हर वर्ग विशेषकर युवाओं की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक देश से क्षय रोग उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। इसकी प्राप्ति के लिए समाज के हर एक वर्ग को मिलकर कार्य करना होगा। टीबी मुक्त अभियान जिसमें प्रचार और प्रसार की महत्वपूर्ण भूमिका है इस जन जागरण अभियान का उद्देश्य लोगों में टीबी रोग के प्रति गलत धारणाओं भ्रांतियां को खत्म करना है स उन्होंने कहा कि क्षय रोग एक श्वास संबंधी संक्रमण है, जिसे जन अभियान के माध्यम से समाप्त किया जा सकता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि एचआईवी और एड्स महामारी शुरू होने के 40 वर्ष बाद भी, इतनी भ्रान्तियाँ और गलतफहमियाँ फैली हुई हैं. समाज को इन भ्रांतियां को मुक्त करने की आवश्यकता है। इससे पहले मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ आर के सूद ने कहा कि सरकार ने साल भारत को टीबी मुक्त राष्ट्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अब सामुदायिक स्तर पर क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम चलाकर जनभागीदारी बढ़ाने का फैसला किया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की पहल पर अब पूरे देश में ‘निक्षय मित्र’ कार्यक्रम के जरिए टीबी को देश से खत्म का कार्यक्रम चलाया जा रहा है इस कड़ी में जिला में लगभग 311 निश्चय मित्र बन चुके हैं जिन्होंने लगभग 1100 मरीजों को गोद लिया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में टीबी फ्री पंचायत का कार्यक्रम जिला कांगड़ा मैं चलेगा , जिसमें कुछ मानकों के आधार पर सभी पंचायत का मूल्यांकन होगा वह जो भी पंचायत मूल्यांकन के बाद टीबी फ्री घोषित होती है उसे जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
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