पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग की पत्नी आरती ने अपने बिजनेस पार्टनर्स के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। आरती ने आरोप लगया है कि उनके बिजनेस पार्टनर्स ने उनके फर्जी सिग्नेचर से 4.5 करोड़ का ऋण लिया और बाद में नही चुकाया। एक कृषि-आधारित कंपनी में भागीदार आरती ने शुक्रवार को दायर अपनी याचिका में अपने आठ बिजनेस पार्टनर्स का नाम लिया है। जिसमें दावा किया गया कि उन्होंने आरती की जानकारी के बिना ही दिल्ली स्थित लेनदार से ऋण लिया।
आरती की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420 धोखाधड़ी और बेईमानी, 468 जालसाजी, 471 जाली दस्तावेज को वास्तविक रूप में उपयोग करना और भारतीय दंड संहिता के 34 आम इरादे के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
आरती ने आरोप लगाते हुए कहा है कि आरोपी बिजनेस पार्टनर्स ने उनके पति वीरेंद्र सहवाग के नाम का इस्तेमाल करके लेनदारों को प्रभावित किया और बाद में त्रिपक्षीय समझौते पर अपने हस्ताक्षर कर दिए। लेनदारों को दो पोस्टडेड चेक जारी किए गए थे। बाद में फर्म ऋण राशि का भुगतान करने में विफल रही। शिकायत में आगे लिखा है कि डिफॉल्ट के कारण लेनदारों ने मध्यस्थता खंड को लागू किया और अदालत में शिकायत दर्ज की। कार्यवाई के दौरान आरती के लिए अपने हस्ताक्षर और उनके जानकारी के बिना हुए समझौते को देखना चौंकाने वाला था, जिसपर उन्होंने कभी हस्ताक्षर नहीं किया था।