उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के अस्थि विसर्जन के कार्यक्रम में उस वक्त बड़ा हादसा हो गया जब अस्थि विसर्जन के दौरान नाव का संतुलन बिगड़ गया। देखते ही देखते सवार सभी लोग नदी में गिर पड़े। उसमें सांसद से लेकर पुलिस अफसर भी शामिल थे। आनन फानन में सभी को नदी से बाहर निकाला गया। हालांकि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई।
वाजपेयी की अस्थियों को विसर्जन करने के दौरान शनिवार शाम बस्ती में कुआनो नदी के अमहट घाट पर नाव पलट गई। नाव पर राज्यमंत्री सुरेश पासी, भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमापाति राम त्रिपाठी, सांसद हरीश द्विवेदी, चार विधायक व एसपी दिलीप कुमार समेत17 लोग सवार थे। नाव पर चढ़ते समय संतुलन बिगड़ने के चलते नाव पलट गई और लोग कुआनो नदी के पानी में गिर गए। मौजूद सुरक्षाकर्मियों व अन्य लोगों ने सभी को बाहर निकाल लिया।
पुलिस के मुताबिक नाव जैसे चलने को हुई तभी 10-12 की संख्या में अन्य कार्यकर्ता नाव पर तेजी से सवार होने लगे। चढ़ने वाले घाट की तरफ भार बढ़ने से अचानक नाव पलट गई। हादसे के बाद भगदड़ मच गई।
लगभग दो सौ की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता, पुलिसकर्मी व पत्रकार मौजूद थे। किसी अनहोनी से अनभिज्ञ सब इधर उधर देख रहे थे। नाव से नदी के बीच में जाकर अस्थि कलश विसर्जित करने का कार्यक्रम था। लोग नाव पर सवार हो रहे थे। तभी जोर-जोर से लोग चिल्लाने लगे बचाओ-बचाओ, भागो-भागो और इतने में पुलिसकर्मी सबको हटाने लगे। किसी की समझ में नहीं आया क्या हो गया। कुआनो तट पर भगदड़ मच गई लोग अपनी जान बचाने को लेकर भागने लगे। पता चला कि नाव पलट गई।