इंडिया

भारत में क्रिप्टो करेंसी बैन करने की तैयारी, सरकार लाएगी बिल

भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर काबू पाने की औपचारिक शुरुआत हो चुकी है. भारत सरकार ने मंगलवार को क्रिप्टोकरेंसी बिल लाने की घोषणा कर दी. सरकार की ओर से इस पर घोषणा आने के बाद ही भारत में क्रिप्टो बाजार धड़ाम हो गया. लगभग हर बड़े क्रिप्टोकरेंसी में 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. सरकार ने यह साफ कर दिया है कि वो भारत में सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को बैन कर देगी और वह खुद की एक आधिकारिक क्रिप्टोकरेंसी लाएगी. यह क्रिप्टोकरेंसी बिल संसद के इसी शीतकालीन सत्र में पेश किया जाएगा, जोकि 29 नवंबर यानी अगले सोमवार से शुरू हो रहा है.

सरकार क्रिप्टोकरेंसी के नियमन के लिए जो बिल ला रही है उसका नाम है- क्रिप्टोकरेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक 2021. इस बिल के जरिए सरकार सेंट्रल बैंक रिजर्व बैंक इंडिया के तहत एक आधिकारिक क्रिप्टोकरेंसी जारी करने के लिए एक आसान फ्रेमवर्क तैयार करना चाहती है. इस बिल के तहत ये प्रावधान लाया जाएगा, जिससे सारी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी बैन हो जाएंगी. हालांकि, इसकी टेक्नोलॉजी और इस्तेमाल को प्रमोट करने के लिए कुछ अपवाद रखे जाएंगे.

पिछले साल अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरंसी पर लगे प्रतिबंध के आदेश को पलट दिया था जिसके बाद लोगों ने बड़ी संख्या में इसमें निवेश किया. चेनालिसिस नामक संस्था के मुताबिक पिछले एक साल में क्रिप्टोकरंसी में निवेश 600 प्रतिशत बढ़ा है. जानिए, बिटकॉइन कैसे काम करता है एक अनुमान के मुताबिक एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत में क्रिप्टोकरंसी धारकों की संख्या डेढ़ से दस करोड़ के बीच हो सकती है. इसकी कीमत अरबों डॉलर में आंकी गई है.

भारत सरकार के इस आदेश ने इन लोगों के निवेश को खतरे में डाल दिया है. बीती जून में भारतीय रिजर्व बैंक ने ऐलान किया था कि वह अपनी डिजिटल करंसी लाने की योजना पर काम कर रहा है और इस साल के आखिर तक इसे पेश किया जा सकता है. बैंक ने बिटकॉइन, ईथीरियम और अन्य निजी करंसियों को लेकर चिंता भी जताई थी. ससंदीय बुलेटिन के मुताबिक नए लोकसभा सत्र में लाए जाने वाले बिल में अपवाद के तौर पर कुछ विकल्प भी होंगे ताकि क्रिप्टो तकनीक को बढ़ावा दिया जाए.

आरबीआई तो कई बार इस बाजार को लेकर चिंता जाहिर कर चुकी है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी पिछले हफ्ते कहा कि क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े गहरे मुद्दों पर गहन विमर्श की जरूरत है. दास ने कहा, ‘आंतरिक विमर्श के बाद आरबीआई की यह राय है कि वृहत आर्थिक और वित्तीय स्थिरता पर गंभीर चिंताएं हैं और इनके बारे में गहन चर्चा करने की जरूरत है.’ उन्होंने चलन में मौजूद क्रिप्टोकरेंसी की मात्रा पर संदेह जताते हुए कहा कि निवेशकों को इसके जरिये लुभाने की कोशिश की जा रही है. क्रिप्टो खाते खोलने के लिए ऋण भी दिए जा रहे हैं.

Samachar First

Recent Posts

अगले पांच साल देश के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे : जयराम ठाकुर

शिमला/कोटखाई : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि आने वाले पांच साल भारत के…

7 hours ago

करसोग में भाजपा को बड़ा झटका, टिकट के दावेदार रहे युवराज कांग्रेस में शामिल

करसोग (मंडी): भाजपा को करसोग विधानसभा क्षेत्र में बड़ा झटका लगा है। बीते विधानसभा चुनाव…

7 hours ago

जिस फ़िल्म का डायरेक्टर फ्लॉप, हीरोइन कितनी भी सुपरस्टार हो उस फ़िल्म का फ्लॉप होना तय : मुख्यमंत्री

करसोग (मंडी): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खू ने वीरवार को मंडी जिला के करसोग में लोकसभा…

7 hours ago

आईपीएल मैच के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए प्लान तैयार: सीएमओ

धर्मशाला, 02 मई: धर्मशाला में पांच तथा नौ मई को प्रस्तावित आईपीएल टी-टवेंटी मैच के…

7 hours ago

फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना के कार्यों का किया निरीक्षण

धर्मशाला 02 मई: जाइका- मिशन, हिमाचल प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना (चरण-द्वितीय) की प्रगति की…

7 hours ago

केलांग में किया ईवीएम वीवीपेट मशीनों का प्रथम  रेंडमाइजेशन

केलांग 2 मई: ज़िला लाहौल स्पीति में लोकसभा व विधानसभा उपचुनाव को लेकर  (21)-लाहौल स्पीति विधानसभा…

7 hours ago