भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोग से तीन साल तक जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री रहीं महबूबा मुफ्ती ने पार्टी को इशारों-इशारों में कड़ी चेतावनी दी है। मुफ्ती ने अपनी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) में हो रही फूट पर कहा कि अगर दिल्ली ने पीडीपी को तोड़ने की कोशिश की तो कश्मीर में कई और सलाउद्दीन पैदा होंगे।
पीडीपी प्रमुख ने कहा कि अगर दिल्ली में बैठे लोग हमारी पार्टी को तोड़ेगे और सज्जाद लोन या किसी को भी मुख्यमंत्री बनाए जाने की कोशिश की तो इससे कश्मीरियों का भारतीय लोकतंत्र पर से विश्वास उठ जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली ने किसी भी तरह का हस्ताक्षेप पीडीपी में किया तो परिणाम गंभीर होंगे। वहीं जम्मू-कश्मीर के भाजपा अध्यक्ष रवींद्र रैना ने महबूबा के बयान पर पलटवार किया।
रैना ने कहा कि यह एक आपत्तिजनक बयान है। भाजपा किसी भी तरह की जोड़-तोड़ की राजनीति नहीं कर रही है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भाजपा महासचिव राम माधव ने भी पीडीपी के असंतुष्ट विधायकों के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने की किसी भी संभावना से इंकार किया था। उन्होंने कहा था कि हम चाहते हैं कि राज्य में राज्यपाल शासन लागू रहे।