साध्वी यौन शोषण मामले में डेरा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट ने दोषी करार दे दिया है। इसी बीच, सुनवाई के बाद पंचकूला समेत कई जगहों पर बाबा के समर्थकों ने खूब हुडदंग मचाया। इस हंगामे में करीब 38 लोगों की जानें चली गईं और करोड़ों का संपत्ति का नुकसान हुआ। लेकिन, इन समर्थकों जो कि बाबा के गुंडे बने थे उन्हें लेकर कई सवाल चर्चा में हैं कि क्या समर्थकों ने खुद ऐसा किया या फिर बाबा ने उन्हें उकसाया?
दरअसल, हिमाचल के पालमपुर चच्चिंया में बाबा राम रहीम का डेरा है। इस डेरे में हजारों की तादाद से हिमाचल के अनुयायी आते हैं और बाबा की सुनवाई के दौरान यह अनुयायी भी पंचकूला पहुंचे थे। हालांकि, उन समर्थकों ने बात करने से इंकार किया, लेकिन यह खुलासा जरूर किया कि उन्हें बाबा ने बुलाया था और वह बाबा के पास जा रहे थे। ऐसे में हिमाचल के बाबा समर्थकों का पंचकूला जाना कहीं ना कहीं उन्हें भी पंचकूला हिंसा का जिम्मेदार ठहराता है, लेकिन इन्हें पूछने वाला कोई नहीं…
सूत्र तो यह भी खुलासा कर रहे हैं कि बाबा ने ही इन समर्थकों हथियारों से लैस करके पंचकूला में बैठाया था और बाद में ढोंग करने के लिए एक शांति मैसेज़ अपने समर्थकों के लिए छोड़ दिया। बाबा के काली करतूतों से उनके समर्थकों को होश तो नहीं आया लेकिन देश की जनता अच्छी तरह बाबा की कामों को जान चुकी है। यही नहीं, देश की तमाम जनता बाबा के समर्थकों पर भी बुरी तरह सवाल उठा रही है।
गौरतलब है कि राम रहीम का हिमाचल के चच्चियां में बना डेरा करीब 15 करोड़ की लागत में तैयार हुआ है। इस डेरे में बाबा के आने पर हजारों की तादाद में लोग इक्टठे होते हैं और उन्हें हर सुविधा बाबा की ओर दी जाती है। लेकिन, एक सवाल आज भी पूरे देश के जनता जानना चाहती है कि बाबा के समर्थकों ने ये सब उनके कहने पर किया या फिर…?