<p>साल 2019 का दूसरा ग्रहण आज रात लगने वाला है। यह साल का पहला चंद्र ग्रहण होगा जो 21 जनवरी यानी कल सुबह 10.11 मिनट तक रहेगा। कुल ग्रहण का समय 62 मिनट का होगा। यह एक अद्भुत खगोलीय घटना होगी। इस दौरान फुल मून (पूर्णिमा) तो होगी ही और चांद पूरी तरह लाल नजर आएगा। इसी कारण इसे 'सुपर ब्लड वुल्फ मून' कहा जा रहा है।</p>
<p>हालांकि ये भारत में नहीं दिखेगा। सुपर मून तब होता है जब चांद धरती के काफी करीब हो। जनवरी के फुल मून यानी पूर्ण चंद्रमा को पारंपरिक तौर पर वुल्फ मून कहा जाता है। पूर्ण चंद्र ग्रहण में चांद पूरी तरह से काला नहीं होता।</p>
<p>इस ग्रहण के कारण चांद बाकी दिनों के मुकाबले 14 फीसदी बड़ा और 30 फीसदी ज्यादा चमकीला रहता है।</p>
<p><span style=”color:#c0392b”><strong>आइए जानते हैं ग्रहण का प्रभाव:</strong></span></p>
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<li>भारत में इस ग्रहण के प्रभाव से मौसम में बड़े बदलाव देखने मिलेंगे। ग्रहण के प्रभाव से 21 जनवरी से 5 जनवरी के बीच उत्तर और मध्य भारत में कई स्थानों पर वर्षा औऱ ओला वृष्टि हो सकती है।</li>
<li>कर्क राशि में ग्रहण के समय चंद्रमा पर गुरु और बुध की दृष्टि से फसलों के लिए अच्छी वर्षा होगी और इस साल गर्मी के दिनों में नदियों का जलस्तर पर्याप्त रहेगा</li>
<li>ग्रहण के समय बनने वाली पूर्णिमा की कुंडली सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर मीन लग्न की है। पंचम भाव में पड़े चंद्रमा पर गुरु औऱ बुध की दृष्टि 15 दिनों में सरकारी नौकरियों के नौकरियों के निकलने का संकेत दे रही हैं।</li>
<li>इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।</li>
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