दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में एक बार फिर मंहगी फीस पर दाखिला लेने वालों से हिंसा हुई है। बीते कल देर रात को कुछ नकाबपोश हमलावरों ने यहां छात्रों और फैकल्टी मेंबर पर हमला कर दिया। जिसमें दो दर्जन से अधिक छात्र घायल हो गए हैं। जानकारी के अनुसार रविवार शाम करीब 5 बजे के बाद जेएनयू में हिंसा शुरू हुई थी। पहले कुछ नकाबपोश हमलावर यूनिवर्सिटी के कैंपस में घुसे उसके बाद लगातार हमला किया, तोड़फोड़ की। इस दौरान कई छात्र, फैकल्टी घायल हो गए। देर रात को ही पुलिस ने कैंपस में फ्लैग मार्च किया। द हिंदू के अनुसार एम्स और सफदरजंग अस्पताल के सूत्रों ने कहा कि हिंसा के दौरान लगी चोटों के लिए 35 से अधिक छात्रों और शिक्षकों का इलाज किया गया।
दिल्ली पुलिस ने सोमवार सुबह जेएनयू हिंसा की जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज ले गई। इस मामले की जांच ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर शालिनी सिंह करेंगी। दिल्ली पुलिस का कहना है कि हमें तीन शिकायतें मिली हैं। पहली शिकायत एबीवीपी की ओर से है, दूसरी शिकायत वामपंथी संगठनों की ओर से और तीसरी शिकायत जेएनयू प्रशासन की ओर से मिली है। पुलिस का कहना है कि हम जल्द ही मामले में मुकदमा दर्ज करेंगे।
झड़प के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन के आग्रह पर परिसर में पुलिस को तैनात कर दिया गया है। हिंसक झड़प में कई छात्र-छात्राएं घायल हो गए। संयुक्त पुलिस आयुक्त देवेंद्र आर्य ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने हमसे आग्रह किया फिर इसके बाद पुलिस टीम ने विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश किया। पिटाई से जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित दो पदाधिकारी घायल हो गए। आइशी की आंख पर लोहे की रॉड से हमला किया गया। लहूलुहान आइशी को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। घायल छात्रों ने आरएसएस की छात्र इकाई एबीवीपी पर हिंसा करने का आरोप लगाया है।