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मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड

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नई दिल्ली: 50 दशक से फिल्मी दुनिया पर राज कर रहे अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को देश के सर्वोच्च सम्मान में से एक दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया जा रहा है। यूनियन मिनिस्टर ने 30 सितंबर की सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए इस सम्मान की घोषणा की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई

भारत के प्रधानमंत्री ने मिथुन का को दादा साहेब फाल्के मिलने पर बधाई देते हुए लिखा है, ‘खुशी है कि मिथुन चक्रवर्ती को इंडियन सिनेमा में दिए गए अद्वितीय योगदान के लिए दादा साहेब अवॉर्ड से सम्मानित किया जा रहा है।’ सम्मान हासिल करने पर मिथुन दा ने कहा है, ‘सच कहूं तो, मेरे पास कोई भाषा ही नहीं है। न मैं हंस सकता हूं, न मैं खुशी से रो सकता हूं। इतनी बड़ी चीज है। जहां से मैं आया हूं, उस लड़के को इतना बड़ा सम्मान मिला है, मैं सोच भी नहीं सकता। मैं ये अपने परिवार और दुनियाभर के फैंस को डेडिकेट करता हूं।’

 

मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट किया, “मिथुन दा की शानदार सिनेमैटिक जर्नी कई पीढ़ियों को प्रेरित करती है। यह घोषणा करते हुए मुझे गर्व हो रहा है कि दादा साहब फाल्के चयन निर्णायक मंडल ने महान अभिनेता श्री मिथुन चक्रवर्ती जी को भारतीय सिनेमा में उनके विशिष्ट योगदान के लिए पुरस्कार देने का निर्णय लिया है।” मिथुन को 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स सेरेमनी में सम्मानित किया जाएगा, जो 8 अक्टूबर 2024 को आयोजित होगी।

मिथुन चक्रवर्ती का करियर

मिथुन चक्रवर्ती का जन्म 16 जून 1950 को कोलकाता में हुआ था। उन्होंने 24 साल की उम्र में फिल्म मृगया से अपने करियर की शुरुआत की। घिनुआ का किरदार निभाने के लिए मिथुन को बहुत प्रशंसा मिली और इस फिल्म के लिए उन्हें अपना पहला नेशनल अवॉर्ड भी प्राप्त हुआ। उन्होंने फिल्म डिस्को डांस से सफलता हासिल की और इसी नाम से सिनेमा