कोरोना वायरस की जंग से लड़ने के लिए भारत को अन्य देशों से पूरा सहयोग मिल रहा है। संकट की इस घड़ी में भारत के साथ अन्य देश पूरी मजबूती से खड़े नजर आ रहे हैं। कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना कर रहे भारत के लिए ऑक्सजीन संकट सहित मेडिकल उपकरण की कमी को पूरा करने के क्षेत्र में कई देश भारत की सहायता करने के लिए आगे आए हैं। यूएस, फ्रांस, ब्राजील और यूके के बाद अब स्विट्जरलैंड, पोलेंड, नीदरलैंड और बैंकॉक भारत की मदद के लिए आगे आए हैं। इन देशों से भी कई विमानों के जरिए राहत सामग्री उपलब्ध कराई गई है।
पोलेंड ने भारत को इस महामारी से लड़ने के लिए लगभग 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खेप भेजी गई है। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता, अरिंदम बागची ने इस समर्थन के लिए यूरोपीय देश को धन्यवाद कहा है। वहीं, नीदरलैंड भी संकट की इस घड़ी में भारत के साथ खड़ा है। यहां से एक फ्लाइट के जरिए 449 वेंटिलेटर, 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स और अन्य मेडिकल उपकरण आज भारत भेजे गए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता, अरिंदम बागची ने कहा कि नीदरलैंड की तरफ से अगले कुछ दिनों में बचे हुए मेडिकल उपकरण भारत भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम इस मदद के लिए नीदरलैंड का धन्यवाद करते हैं।
बैंकाक से भी भारत को मेडिकल उपकरण भेज गए हैं। भारतीय वायु सेना के सी -17 विमान ने बैंकाक से पनागर एयर बेस (पश्चिम बंगाल) तक 4 क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनरों को एयरलिफ्ट किया है। इसके अलावा स्विट्जरलैंड दूतावास ने जानकारी देते हुए बताया कि स्विट्जरलैंड से भारत के लिए कई सौ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स और 50 वेंटिलेटर भेजे हैं, जिसकी कीमत CHF 3 मिलियन यानि लगभग अमरीकी डालर 3.3 मिलियन है।