प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए बहस का जवाब दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि इस कोरोना काल में कांग्रेस ने हद कर दी. पहली लहर के दौरान देश जब लॉकडाउन का पालन कर रहा था, जब WHO दुनिया भर को सलाह देता था, सारे हेल्थ एक्सपर्ट कह रहे थे कि जो जहां है वहीं पर रुके. प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 2 सालों में 100 साल का सबसे बड़ा वैश्विक महामारी का संकट पूरी दुनिया की मानव जाति झेल रही है, जिन्होंने भारत के अतीत के आधार पर ही भारत को समझने का प्रयास किया, उनकों तो आशंका थी कि शायद भारत इतनी बड़ी लड़ाई नही लड़ पाएगा, खुद को बचा नहीं पाएगा.
पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेस की नीति ‘फूट डालो राज करो’ है. आज कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग की लीडर बन गई है.” उन्होंने कहा कि अंग्रेज चले गए, लेकिन कांग्रेस ने बांटो और राज करो की नीति को अपनाया हुआ है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का सत्ता में आने की इच्छा खत्म हो चुकी है. लेकिन जब कुछ मिलने वाला नहीं है तो कम से कम बिगाड़ तो दो. इस फिलॉसफी पर कांग्रेस आज चल रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कर्तव्य के बारे में बात अब चुभने लगी है.
महंगाई के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा, “कांग्रेस के आखिरी पांच सालों में देश को डबल डिजिट महंगाई की मार झेलनी पड़ी…सरकार ने खुद माना था कि महंगाई उनके कंट्रोल से बाहर है. 2011 में तत्कालीन वित्त मंत्री ने बेशर्मी से कह दिया कि महंगाई को कम करने के लिए किसी अलादीन के जादू की उम्मीद न करें…चिदंबरम जी ने 2012 में कहा था कि लोगों को 15 की पानी की बोतल और 20 रूपये की आइस्क्रीम खरीदने में तकलीफ नहीं होती, लेकिन गेहूं-चावल पर एक रुपये बढ़ जाए तो चिंता होती है.” पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के बावजूद महंगाई इस बार 5.2 फीसदी रही है. उन्होंने कहा कि नेहरू (पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू) ने लाल किले से अपने भाषण में मंहगाई पर हाथ खड़े कर दिए थे. नेहरू ने लाल किले से कहा था कभी-कभी कोरिया में लड़ाई भी हमें प्रभावित करती हैं…और इससे वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाती हैं और यह हमारे कंट्रोल से भी बाहर हो जाती हैं….वो आगे कहते हैं कि अगर अमेरिका में भी कुछ हो जाता है तो उसका असर वस्तुओं की कीमतों पर पड़ जाता है.
पीएम मोदी ने कहा, “जिन्होंने 50 वर्षों तक देश की सरकारें चलाई, मेक इन इंडिया को लेकर उनका क्या रवैया था, इसके लिए सिर्फ डिफेंस सेक्टर को हम देखें तो सारी बातें समझ आती हैं कि वो क्या करते थे, कैसे करते थे, क्यों करते थे और किसके लिए करते थे. पहले नए इक्विपमेंट खरीदने के लिए वर्षों तक प्रक्रिया चलती थी.” उन्होंने कहा कि जब फाइनल निर्णय होता था, तब तक वो चीज पुरानी हो जाती थी, हम पैसे देते थे. हमने इन सारी प्रक्रियाओं को आसान बनाया.”
कर्ज मुक्ति के उपाय: आज के दौर में हर व्यक्ति किसी न किसी समस्या से…
दैनिक राशिफल (25 नवंबर 2024): चंद्रमा की गणना और खगोलीय स्थिति पर आधारित दैनिक राशिफल…
Himachal Cabinet Reshuffle: हिमाचल प्रदेश में मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चाएं तेज हो गई हैं।…
Gaggal Airport Expansion Case : हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने गगल हवाई अड्डे के विस्तारीकरण मामले…
Himachal Villagers Protest Tax Burden: हमीरपुर जिले की दडूही पंचायत के ग्रामीण सोमवार को उपायुक्त…
Nahan Kho-Kho Tournament: सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन के ऐतिहासिक चौगान मैदान में अंतर महाविद्यालय खो-खो…