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पुलवामा हमला: भारत ने पाकिस्तान से छीना ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा

समाचार फर्स्ट डेस्क |

जम्मू-कश्मीर पुलवामा जिले में गुरुवार शाम हुए एक बड़े आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हो गए हैं।  इस हमले में  सबसे अधिक यूपी के 12 जवान शहीद हुए हैं। वहीं एक जवान हिमाचल के कांगड़ा जिला का भी शहीद हुआ है। उरी में सितंबर 2016 में हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीर में यह सुरक्षाबलों पर अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला है। गुरुवार को श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर स्थित अवंतिपोरा इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ के एक काफिले को निशाना बनाया। इस हमले के बाद दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अलर्ट जारी किया गया है।

ये हमला उस वक्त हुआ जब सीआरपीएफ के 2547 जवान 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। इसी दौरान जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदी कार से उनकी बस में टक्कर मार दी। धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए। करीब 10 किलोमीटर तक धमाके की आवाज सुनाई दी। सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले में करीब 350 किलो IED का इस्तेमाल हुआ। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली और इसे आत्मघाती बताया।

इस घटना से पूरे देश में रोष का माहौल है। इस नापाक हरकत के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पूरे देश में मांग की जा रही है।  पीएम मोदी ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए कहा है कि जवानों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा। आज दिल्ली में पीएम मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की सुरक्षा संबंधी कमेटी ने इस हमले पर 55 मिनट तक बैठक की। जिसके बाद मीडिया को वित्तमंत्री अरुण जेटली और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने संबोधित किया। अरुण जेटली ने कहा कि CCS ने पुलवामा हमले की समीक्षा की और इसपर चर्चा की, बैठक में दो मिनट का मौन रखा गया। उन्होंने कहा कि जिन जवानों ने शहादत दी है उनपर देश को गर्व है।

विदेश मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए सभी संभावित कदम उठाएगा। बैठक में हुए सभी फैसलों को बाहर नहीं बताया जा सकता है। अरुण जेटली ने ऐलान किया कि भारत सरकार ने पाकिस्तान को दिया हुआ मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया है। पाकिस्तान को कूटनीतिक स्तर पर घेरने की तैयारी की जा रही है। भारत सरकार की ओर से शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी और पुलवामा हमले पर चर्चा की जाएगी।
 
ये जवान हुए पुलवामा हमले में शहीद-
1. जयमाल सिंह- 76 बटालियन
2. नसीर अहमद- 76 बटालियन
3. सुखविंदर सिंह- 76 बटालियन
4. रोहिताश लांबा- 76 बटालियन
5. तिकल राज- 76 बटालियन
6. भागीरथ सिंह- 45 बटालियन
7. बीरेंद्र सिंह- 45 बटालियन
8. अवधेष कुमार यादव- 45 बटालियन
9. नितिन सिंह राठौर- 3 बटालियन
10. रतन कुमार ठाकुर- 45 बटालियन
11. सुरेंद्र यादव- 45 बटालियन
12. संजय कुमार सिंह- 176 बटालियन
13. रामवकील- 176 बटालियन
14. धरमचंद्रा- 176 बटालियन
15. बेलकर ठाका- 176 बटालियन
16. श्याम बाबू- 115 बटालियन
17. अजीत कुमार आजाद- 115 बटालियन
18. प्रदीप सिंह- 115 बटालियन
19. संजय राजपूत- 115 बटालियन
20. कौशल कुमार रावत- 115 बटालियन
21. जीत राम- 92 बटालियन
22. अमित कुमार- 92 बटालियन
23. विजय कुमार मौर्य- 92 बटालियन
24. कुलविंदर सिंह- 92 बटालियन
25. विजय सोरंग- 82 बटालियन
26. वसंत कुमार वीवी- 82 बटालियन
27. गुरु एच- 82 बटालियन
28. सुभम अनिरंग जी- 82 बटालियन
29. अमर कुमार- 75 बटालियन
30. अजय कुमार- 75 बटालियन
31. मनिंदर सिंह- 75 बटालियन
32. रमेश यादव- 61 बटालियन
33. परशाना कुमार साहू- 61 बटालियन
34. हेम राज मीना- 61 बटालियन
35. बबला शंत्रा- 35 बटालियन
36. अश्वनी कुमार कोची- 35 बटालियन
37. प्रदीप कुमार- 21 बटालियन
38. सुधीर कुमार बंशल- 21 बटालियन
39. रविंदर सिंह- 98 बटालियन
40. एम बाशुमातारे- 98 बटालियन
41. महेश कुमार- 118 बटालियन
42. एलएल गुलजार- 118 बटालियन