इंडिया

CM को कॉल करते ही शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन, 5 हिमाचली छात्र मणिपुर से सुरक्षित निकले

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू एक बार फिर संकटमोचक के रूप में उभरकर सामने आए हैं.

दरअसल, मणिपुर हिंसा के बीच हिमाचल प्रदेश के बच्चों ने रविवार शाम 7 बजे मुख्यमंत्री को फोन कर वहां से रेस्क्यू करने के लिए मदद मांगी. इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत पांच बच्चों को इम्फाल ईस्ट से रेस्क्यू करवाया.

जिनमें एक लड़की भी शामिल है. इनमें से तीन बच्चे एनआईटी के, जबकि दो नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मणिपुर के विद्यार्थी हैं. रेस्क्यू किए गए बच्चों में से तीन सिमरन, सुजल कौंडल, अश्वनी कुमार मंडी, नवांग छेरिंग कुल्लू और केशव सिंह हमीरपुर जिला का रहने वाला है.

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सारी रात खुद रेस्क्यू मिशन की निगरानी की. बच्चों को मणिपुर से बाहर निकालने में सबसे बड़ी दिक्कत इम्फाल से फ्लाइट न मिलने की थी. क्योंकि सभी फ्लाइट फुल चल रही थीं. ऐसे में उनके लिए सीट का इंतजाम करना टेड़ी खीर साबित हो रहा था.

मुख्यमंत्री के आदेश पर अधिकारियों ने इंडिगो से विशेष फ्लाइट चलाने का अनुरोध किया, जिसे एयरलाइंस ने मान लिया. इंडिगो अधिकारियों का जवाब आया कि सुबह 8.20 बजे इम्फाल से विशेष फ्लाइट उड़ान भरेगी.

लेकिन, मुश्किल यहां भी खत्म नहीं हुई, फ्लाइट पर सवार होने के लिए बच्चों को सुरक्षित एयरपोर्ट पर पहुंचाना भी अपने आप में किसी चुनौती से कम नहीं था, क्योंकि यह क्षेत्र हिंसाग्रस्त था.

इसके बाद मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देश पर अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस और सेना से संपर्क कर बच्चों को सुरक्षित एयरपोर्ट पर पहुंचाने के लिए मदद मांगी.

सेना ने सुबह तड़के सवा पांच बजे बच्चों को इम्फाल एयरपोर्ट पर पहुंचाया. सुबह 10.10 बजे यह बच्चे इम्फाल से निकलकर कोलकाता एयरपोर्ट पर पहुंच गए. आज शाम तक यह बच्चे सुरक्षित दिल्ली पहुंच जाएंगे. दिल्ली में ये बच्चे हिमाचल सदन में व्यक्तिगत तौर पर मुख्यमंत्री से मिलकर उनका धन्यवाद करेंगे.

सभी बच्चों ने संकट की घड़ी में मदद करने के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ना सिर्फ बच्चों की तत्काल मदद की, बल्कि उनको सुरक्षित निकालने का पूरा खर्च भी राज्य सरकार ने वहन किया.

मुख्यंमत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि बच्चों ने उनसे हिंसाग्रस्त मणिपुर से उन्हें बाहर निकलने में मदद मांगी थी. उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है. वह स्वयं सारी रात पल-पल बच्चों को रेस्क्यू करने की डिटेल अधिकारियों से लेते रहे.

उनके कुशलतापूर्वक कोलकाता पहुंचने तक वह हालात पर नजर बनाए रहे. उन्होंने कहा कि अगर अन्य किसी हिमाचली को भी मणिपुर से बाहर निकलने के लिए मदद की आवश्यकता है. तो वह फोन नंबर 89883-41921, 0177-2929688, 0177-2629439 पर कॉल कर सकते हैं. राज्य सरकार उन्हें हर संभव मदद प्रदान करने का प्रयास करेगी.

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