देश में ऐसी झकझोर करने वाली घटनाएं सामने आ रही है. जो दिल दहलाने वाली है. ऐसा ही एक मामला कुछ दिन पहले सामने आया. जिसमें आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने श्रद्धा वॉल्कर का कत्ल बड़ा ही बेरहमी से किया था.
18 मई बुधवार की रात श्रद्धा का कत्ल किया. फिर उसकी लाश के 35 टुकड़े करके उन्हें फ्रिज के फ्रिजर में रखा गया और उसके बाद श्रद्धा के शव के टुकड़े करने में आरोपी आफताब को दो दिन लगे थे.
वर्चुअल वर्ल्ड में जिंदा थी श्रद्धा-हकीकत की दुनिया में श्रद्धा बेशक मारी जा चुकी थी, लेकिन लोगों की नजरों में धूल झोंकने के लिए आफताब ने उसे वर्चुअल वर्ल्ड में जिंदा रखा हुआ था. वो श्रद्धा की जान लेने के बाद उसके क्रेडिट कार्ड के बिल भरता रहा और सोशल मीडिया पर श्रद्धा का अकाउंट भी हैंडल करता रहा. ताकि किसी को शक ना हो.
वहीं, श्रद्धा के शव को डिस्पॉज करने के लिए आफताब सल्फर हाईपोक्लोरिक एसिड का इस्तेमाल करता रहा, ताकि खून का कोई दाग ना रहे और अब ये कह सकते हैं कि आफताब काफी हद तक इसमें कामयाब भी रहा.
वो लगातार रूम फ्रेशनर और अगरबत्ती का भी इस्तेमाल कर रहा था, ताकि आस-पड़ोस के लोगों को उसके घर से काई बदबू ना आए. यह आफताब का शातिर दिमाग ही था. जिसके चलते उसकी नई गर्लफ्रेंड को भी उसके घर में आने पर इस बात की भनक नहीं लगी. कि वहां किसी लड़की का कत्ल हो चुका है. 6 महीने पहले किया गया कत्ल और शव को अलग-अलग ठिकानों पर लगाया गया था.
वहीं, श्रद्धा के परिवार वाले सोशल मीडिया के जरिए उसकी जानकारी लेते रहते थे, लेकिन जब सोशल मीडिया पर अपडेट आना बंद हो गया. तब लड़की के पिता दिल्ली में पहुंचे और बेटी के नहीं मिलने पर दिल्ली पुलिस को शिकायत दी.
जिसके बाद 13 नवंबर को आरोपी आफताब को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया. और लगातार उससे पूछताछ की जा रही है. वहीं, पुलिस के पूछने पर आफताब ने कहा कि लाश के टुकड़ों को ठिकाने लगाने के लिए उसे कम से कम 20 दिन लगे है.
आफताब ने पुलिस के पूछने पर यह भी कहा कि मुझे पता था कि उसे कोई ढूंढने नहीं आएगा. इसीलिए लाश को इस तरह ठिकाने लगाना जरूरी था और मैंने वही किया. इसी के साथ अब तक श्रद्धा वॉल्कर केस में दिल्ली पुलिस को महरौली जंगल से अब तक 10 बॉडी पार्ट्स मिल चुके है.